Move to Jagran APP

हिमालय का संरक्षक होगा डॉ. नित्यानंद शोध संस्थान

जागरण संवाददाता, देहरादून: डॉ. नित्यानंद शोध एवं अध्ययन संस्थान उत्तराखंड के समग्र विकास एवं

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Feb 2018 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 10 Feb 2018 03:00 AM (IST)
हिमालय का संरक्षक होगा डॉ. नित्यानंद शोध संस्थान

जागरण संवाददाता, देहरादून: डॉ. नित्यानंद शोध एवं अध्ययन संस्थान उत्तराखंड के समग्र विकास एवं हिमालय क्षेत्र के संरक्षक की भूमिका निभाएगा। दून विश्वविद्यालय परिसर में करीब ढाई बीघा भूमि पर शोध संस्थान एक साल के भीतर तैयार हो जाएगा। शुक्रवार को संस्थान का भूमि पूजन और शिलान्यास मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया।

loksabha election banner

इस अवसर पर बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे शिक्षाविद और वक्ताओं ने कहा कि डॉ. नित्यानंद के हिमालयी क्षेत्र के प्रति विशेष लगाव को देखते हुए उनके नाम पर राष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान का निर्माण उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। डॉ. नित्यानंद के सहयोगी रहे डॉ. डीडी चौनियाल ने बताया कि शोध संस्थान में संपूर्ण पठन-पाठन के तीन स्तर होंगे। जिसमें पहला उच्च शिक्षा का विषयवार पठन-पाठन होगा। जिसके तहत रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा करना, दूसरा अनुसंधान एवं विकास कार्य और तीसरा ट्रेनिंग एंड स्किल डेवलपमेंट पर फोकस किया जाएगा। शोध संस्थान का संपूर्ण ध्येय उत्तराखंड का समग्र विकास रहेगा।

डॉ. नित्यानंद का उत्तराखंड से था विशेष लगाव

हिमालय के दुर्गम स्थानों में गहन अध्ययन करने वाले कर्मयोगी डॉ. नित्यानंद का जन्म नौ फरवरी 1926 को आगरा में हुआ था। उन्होंने हिमालय को सेवाकार्य के लिए अपनी गतिविधियों का केंद्र बनाया। आगरा में 1940 में नरहरि नारायण एवं दीनदयाल उपाध्याय से भेंट के बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के माध्यम से देश सेवा का व्रत लिया। 1944 में संघ प्रचारक बनकर उन्होंने आगरा और फिरोजाबाद में कार्य किया। उन्होंने विवाह नहीं किया। 1960 में अलीगढ़ से भूगोल में पीएचडी करने के बाद वे कई जगह प्राध्यापक रहे। 1965 से 1985 तक वे देहरादून स्थित डीबीएस पीजी कॉलेज के भूगोल विभागाध्यक्ष और रीडर रहे। इसके बाद वे उत्तरकाशी चले गए और समाज सेवा करने लगे। 20 अक्टूबर 1991 में हिमालयी क्षेत्र में आए विनाशकारी भूकंप में सर्वाधिक नुकसान उत्तरकाशी में ही हुआ। डॉ. नित्यानंद ने संघ के सहयोग से पुनर्निर्माण कार्य का नेतृत्व किया। उन्होंने मनेरी ग्राम में सेवा आश्रम केंद्र खोला, जो आज भी संचालित हो रहा है। करीब 90 साल की उम्र में डॉ. नित्यानंद का आठ जनवरी, 2016 को देहरादून में निधन हो गया।

-----------

13 को सीएम करेंगे सुपर-100 लांच: धन सिंह

उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि 13 फरवरी को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सुपर-100 लांच करेंगे। जिसमें 50-50 मेधावी विद्यार्थियों को श्रीनगर और अल्मोड़ा में आइआइटी एवं एनआइटी की निश्शुल्क एक वर्ष तक तैयारी करवाई जाएगी। बताया कि मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति योजना को भी शुरू किया जा रहा है। वर्ष 2019 तक उत्तराखंड देश में सबसे अधिक आइएएस व आइपीएस देने वाला राज्य बन जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.