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दून के वरिष्ठ फिजीशियन डा. केपी जोशी ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों को पहचान दिलाने की पहल की

पारंपरिक वाद्ययंत्रों को पहचान दिलाने के लिए दून के वरिष्ठ फिजीशियन डा. केपी जोशी की पहल पर प्रदेशभर में एक बड़ी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। उद्योग विभाग भी इसमें सहयोग करेगा। डा. जोशी ने कहा कि 13 जिलों में छिपी प्रतिभाओं को पहचान दिलाने के लिए प्रतियोगिता होगी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 05 Jul 2021 01:05 PM (IST)Updated: Mon, 05 Jul 2021 01:05 PM (IST)
दून के वरिष्ठ फिजीशियन डा. केपी जोशी ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों को पहचान दिलाने की पहल की
प्रेसक्लब में पत्रकारों से वार्ता करते दून के वरिष्ठ फिजीशियन डा केपी जोशी। जागरण

जागरण संवाददाता, देहरादून। पारंपरिक वाद्ययंत्रों को पहचान दिलाने के लिए दून के वरिष्ठ फिजीशियन डा. केपी जोशी की पहल पर प्रदेशभर में एक बड़ी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। उद्योग विभाग भी इसमें सहयोग करेगा। रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में डा. केपी जोशी ने कहा कि 13 जिलों में छिपी प्रतिभाओं को पहचान दिलाने के लिए प्रतियोगिता होगी।जिसमें अव्वल आने वालों को पुरस्कार देने के साथ ही रोजगार भी दिलाया जाएगा।

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प्रथम पुरस्कार 51 हजार, दूसरा 31 हजार और तीसरे पुरस्कार के रूप में 21 हजार रुपये दिए जाएंगे। प्रदेश के प्रत्येक जिले से ऐसी पांच प्रतिभाओं को चिह्नित किया जाएगा। प्रतियोगिता का उद्देश्य मुख्य रूप से दूरस्थ क्षेत्रों से ऐसी प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है, जिन्हें अभी तक मौका नहीं मिल पाया है।

उद्यान निदेशक सुधीर नौटियाल ने कहा कि प्रतिभागी किसी विशिष्ट कला जैसे परंपरागत वाद्ययंत्रों, संगीत, सांस्कृतिक परंपरा, शिल्प एवं कारीगरी से जुड़े होंगे। रिंगाल, लकड़ी, ऊन, नेचुरल फाइबर, ताम्र आदि का काम करते हों। जिला स्तर पर एक समिति बनाई जाएगी, जो ऐसी प्रतिभाओं को विभिन्न माध्यम से चिह्नित कर एवं उनके प्रदर्शन के आधार पर संस्तुति करेगी। प्रत्येक जनपद से पांच प्रतिभाओं का चयन किया जाएगा। राज्य स्तर पर भी एक समिति का गठन किया जाएगा, जो जनपदों से पांच-पांच प्रतिभाओं का चयन करेगी।

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संगीत समारोह में आनलाइन जुड़े कलाकार

कलाश्रय संस्था देहरादून व भीमसेन म्यूजिक फाउंडेशन गदग की ओर से भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी की स्मृति में भीम गान लहरी संगीत समारोह का आयोजन आनलाइन माध्यम से किया गया। जिसमें राष्ट्रीय अंतरराष्‍ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों ने प्रस्तुति दी।

रविवार को पंडित भीमसेन जोशी के शताब्दी समारोह पर संगीत समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें जयपुर से पद्मभूषण पंडित विश्वमोहन भट्ट, सूरत से भगीरथ भट्ट, पुणे से सानिया पाटनकर, देहरादून से प्रियंका रावत, बेंगलुरु से मनोहर पटवर्धन ने आनलाइन माध्यम से समारोह में जुड़कर विभिन्न प्रस्तुतियां दी। इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धसमाना ने किया। कलाश्रय के अध्यक्ष हिमांशु दरमोड़ा ने कहा कि यह प्रयास पंडित भीमसेन जोशी की यादों को ताजा करने व दिव्य संगीत को अमर रखने के लिए पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आगे भी जारी रहेगा। जिसमें हर वर्ष नए युवा कला साधक प्रतिभाग कर भारतीय शास्त्रीय संगीत का संरक्षण कर पाएंगे।

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