Move to Jagran APP

सट्टेबाजी गैंग के चार और सदस्य अंबाला से गिरफ्तार

आइपीएल के मैचों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले अजय जायसवाल गैंग के चार और सदस्यों को पुलिस ने शनिवार देर रात अंबाला से गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2020 07:12 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 07:12 PM (IST)
सट्टेबाजी गैंग के चार और सदस्य अंबाला से गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, देहरादून: आइपीएल के मैचों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले अजय जायसवाल गैंग के चार और सदस्यों को पुलिस ने शनिवार देर रात अंबाला से गिरफ्तार कर लिया। इनमें से दो सदस्य अजय के सगे भतीजे हैं। वे अपने दो दोस्तों के साथ दिल्ली, पंजाब व अन्य राज्यों में सट्टे का धंधा संभालते थे। आरोपितों के पास से पांच लाख 48 हजार रुपये, दो लग्जरी गाड़ियां और सट्टेबाजी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 22 मोबाइल, लैपटॉप, कैलकुलेटर आदि बरामद किए गए हैं।

loksabha election banner

रविवार को पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे ने बताया कि शुक्रवार देर रात शहर कोतवाली क्षेत्र के खुड़बुड़ा मोहल्ले से सट्टा खिलाने वाले अजय जायसवाल, उसके भाई हरिओम जायसवाल व चिराग चड्ढा को पकड़ा गया था। उनके पास 25.5 लाख रुपये और सट्टें में इस्तेमाल होने वाली डायरी व रजिस्टर बरामद किए गए थे। तीनों आरोपितों के मोबाइल की वाट्सएप चैट और घटनास्थल पर मिले डायरी व रजिस्टर खंगाले गए तो पता चला कि सट्टंा लगाने वाले कई लोग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों के हैं। यह भी पता चला कि हरिओम के दो बेटे अंकित व अंकुश जायसवाल भी इस धंधे में शामिल हैं। उस वक्त दोनों की लोकेशन दिल्ली के लाजपत नगर में थी। इस पर शुक्रवार रात ही एक टीम दिल्ली रवाना कर दी गई, लेकिन उसी रात अंकित व अंकुश अंबाला निकल गए। यह पता चलने पर टीम ने अंबाला पुलिस के सहयोग से दोनों के ठिकाने की जानकारी जुटाई। वहां दोनों जग्गी सिटी सेंटर में होटल क्लार्क इन में रुके हुए थे। इसके बाद होटल में दबिश देकर अंकित और अंकुश के साथ दो अन्य युवकों गगन व हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया गया। गगन पटेलनगर के भंडारी बाग और हिमांशु कोतवाली क्षेत्र के डांडीपुर का रहने वाला है। दोनों अंकित और अंकुश के दोस्त हैं। चारों मिलकर सट्टा लगाने और लगवाने वालों से वसूली करते थे। अंकित और अंकुश ने दिल्ली में एक फ्लैट भी किराये पर ले रखा है। पूरा परिवार सट्टेबाजी के धंधे में

पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे ने बताया कि अजय और हरिओम पुराने सट्टेबाज हैं। दोनों कई बार जेल भी जा चुके हैं। हर बार जेल से बाहर आते ही वह सट्टेंबाजी में लग जाते थे। इस बार उन्होंने पूरे परिवार को ही इस काले धंधे में शामिल कर लिया। पूछताछ में अंकित ने बताया कि उसका चाचा अजय देहरादून से ही सट्टेंबाजी का नेटवर्क चलाता था। हरिओम इसमें उसका सहयोग करता था। इस बार आइपीएल के मैचों में उत्तराखंड के साथ ही दिल्ली व अन्य स्थानों से काफी व्यक्तियों ने पैसा लगाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.