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जानिए आखिर क्यों दून अस्पताल में चिकित्सकों को संभालना पड़ा रजिस्ट्रेशन काउंटर

उपनल और पीआरडी कर्मियों की हड़ताल खिंचती जा रही है। इससे मरीजों की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं। ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अब विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर आ रही दिक्कत को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सकों ने मोर्चा संभाल लिया है

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 08:20 AM (IST)Updated: Sun, 28 Feb 2021 08:20 AM (IST)
दून अस्पताल में चिकित्सकों को संभालना पड़ा रजिस्ट्रेशन काउंटर।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उपनल और पीआरडी कर्मियों की हड़ताल खिंचती जा रही है। इससे मरीजों की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं। ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अब विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर आ रही दिक्कत को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सकों ने मोर्चा संभाल लिया है। 

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शनिवार को अस्पताल के जूनियर चिकित्सकों ने केंद्रीकृत ऑनलाइन व्यवस्था कर रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बैठकर मरीजों के पर्चे बनाए। समान कार्य-समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को उपनलकर्मी पिछले छह दिन से हड़ताल पर हैं। वहीं, कोरोनाकाल में पीआरडी के माध्यम से नौकरी पर रखे गए नॄसग और अन्य स्टाफ भी सेवा समाप्ति के खिलाफ हड़ताल पर है। इससे अस्पताल में हर स्तर पर व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं।

रजिस्ट्रेशन काउंटर पर हाथ से पर्चे बनाने पड़ रहे हैं, जिसमें काफी वक्त लग रहा है और मरीजों को काफी वक्त कतार में खड़ा रहना पड़ता है। कंप्यूटर का पासवर्ड और आइडी न पता होने के कारण ऐसा हुआ है। वहीं, पैथोलॉजी जांच और दवा वितरण में भी दिक्कत हो रही है। जिसका कॉलेज प्रशासन समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है। 

प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना के निर्देश पर वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील ओझा और अन्य चिकित्सकों ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नई आइडी और पासवर्ड बनाकर पंजीकरण की ऑनलाइन केंद्रीयकृत व्यवस्था बनाई है। शनिवार को कॉलेज से जूनियर डॉक्टरों और कर्मचारियों की अस्पताल के पंजीकरण काउंटर पर ड्यूटी लगाई गई। जिससे मरीजों को काफी राहत देखने को मिली। शनिवार को ओपीडी में लगभग 700 मरीजों ने उपचार कराया। इधर, दवा काउंटर पर भी कॉलेज से स्टाफ बुलाकर लगाया गया है। 

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