विवि युवाओं के कौशल विकास पर दें ध्यान: राज्यपाल
जागरण संवाददाता, देहरादून: डीआइटी विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में राज्यपाल डॉ. कृष्ण
जागरण संवाददाता, देहरादून: डीआइटी विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में राज्यपाल डॉ. कृष्ण कात पाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को युवाओं के कौशल विकास, प्रतिस्पर्धात्मक उत्कृष्टता व मूल्यपरक शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। छात्रों को उच्च स्तरीय शोध को प्रोत्साहित किया जाए। इस मौके पर राज्यपाल डॉ. केके पाल ने डीआइटी विवि के एक छात्र को पीएचडी की डिग्री से नवाजा। जबकि समारोह में 487 छात्रों को स्नातकोत्तर (पीजी) और 1248 छात्रों को स्नातक (यूजी) की डिग्रियां प्रदान की।
शनिवार को मसूरी रोड स्थित डीआइटी विवि परिसर में आयोजित दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि युवा रोजगार देने वाले बनें। इसके लिए युवाओं के कौशल विकास पर विशेष ध्यान देना होगा। भारत सरकार ने स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम प्रारंभ किए हैं। विश्वविद्यालयों को भी इसमें अपनी भूमिका निभाने के लिए आगे आना होगा। राज्यपाल ने कहा कि नास्कोम के अनुसार शिक्षित युवाओं का एक बड़ा वर्ग, अभी भी रोजगार की दृष्टि से दक्ष नहीं हैं। इसे देखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के कौशल विकास पर विशेष रूप से फोकस किया है। इसमें उद्योग जगत व विश्वविद्यालयों को बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी। शिक्षण संस्थाओं व उद्योगों में आपसी संपर्क अधिक से अधिक बढ़े। विश्वविद्यालयों को उच्च स्तरीय शोध का केंद्र बनना होगा। विवि अपने पाठ्यक्रमों को वर्तमान समय के अनुसार लगातार अपडेट करते रहें। शिक्षित युवाओं को रोजगार योग्य बनाए जाने पर गंभीरता से काम किए जाने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि युवाओं के स्किल डेवलपमेंट व कंपीटीटिव एक्सीलेंस के साथ उन्हें हमारे सास्कृतिक मूल्यों से जोड़े रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर डीआइटी विवि के चासलर डॉ. आरसी गोयल, चेयरमैन अनुज अग्रवाल, कुलपति डॉ. एस. स्वामीनाथन, कुलसचिव डॉ. मनमोहन सिंह आनंद आदि उपस्थित थे।
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राकेश कुमार को मिली पीएचडी डिग्री
डीआइटी विवि के एकमात्र छात्र राकेश कुमार सैनी को डॉक्टर ऑफ फेलोशिप की डिग्री से राज्यपाल ने सम्मानित किया।
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इन्हें मिली एमबीए की डिग्री
मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिसट्रेशन के बैच 2013-15 के छात्रों को डिग्री मिली। जिनमें अजय सिंह, अंजलि सहगल, अंकिता सिंह, अंकिता वशिष्ठ, अर्पित गर्ग, आशीष महाजन, दीपशिखा पांडे, गुरंग श्रीवास्तव, गौरव रावत, हिना चौधरी, हिना श्रीवास्तव, ईशा भट्ट, जसकमलजोत सिंह, केई प्रकाश, मनाली चौहान, मन्नू बिष्ट, मानवी शर्मा, मीनाक्षी, मोहित भटनागर, मोहित खनेजा, नेहा मेहरा, नेहा पांडे, नेहा सिंह, नितिन नेगी, पंकज सिंह पुजारी, प्रयाग कौशिक, पायल होरा, पायल मेहरा, प्राशा शर्मा, प्रतीक भट्ट, रचित मल्होत्रा, राखी गुरंग, रश्मी मोदगिल, रितेश मोहरियाल, रूचि सजवाण, संकल्प त्रिपाठी, सुभाष अग्रवाल, सोलन बहुगुणा, तान्वी त्रिपाठी, विकास चंद्रकांत यादव आदि।
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पारंपरिक गणवेश में दिखे छात्र
डीआइटी विवि के प्रथम दीक्षांत समारोह में सभी छात्र उत्तराखंड के पारंपरिक गणवेश में नजर आए। क्रीम कलर का कुर्ता, सफेद पायजामा व केसरिया रंग का पटका डाले। मंचासीन मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य लोगों ने भी पारंपरिक गणवेश डाले थे।
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मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री नहीं पंहुचे
विवि की ओर से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को भी दीक्षांत समारोह में आमंत्रित किया गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से वे उपस्थित नहीं हो पाए।