असंतुष्ट छात्रों को मुक्त विवि बैक परीक्षा में देगा अवसर
जागरण संवाददाता देहरादून उत्तराखंड मुक्त विवि (यूओयू) के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने कहा
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड मुक्त विवि (यूओयू) के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने कहा कि अब स्नातक के प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को कोविड-19 के चलते यूजीसीके निर्देशों व नियमों के तहत प्रोन्नत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को उनके सत्रीय कार्यों के अंकों के आधार पर थ्योरी के अंक प्रदान किए जायेंगे। उन्होंने कहा यदि कोई छात्र इन अंकों से संतुष्ट नहीं होता है तो उन्हें अंक सुधार परीक्षा का मौका दिया जाएगा। वे इसके लिए अलग से बैक परीक्षा फार्म भर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह सुविधा छात्र हित में विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें दी गई।
कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित बैठक में यह जानकारी दी गई। कुलपति ने बताया कि वर्तमान में विवि की स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षा चल रही हैं। उन्होंने बताया कि विवि में करीब साठ हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के दाखिले हैं। प्रदेश में दूरस्थ शिक्षा को लेकर युवाओं का रूझान साल-दर साल बढ़ता जा रहा है। कुलपति ने कहा कि जो छात्र 15 अक्टूबर तक सत्रीय कार्य जमा नहीं करेंगे उन्हें इस अवसर से वंचित होना पड़ेगा, उन्हें आगे बैक परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अप्रैल से लेकर अब तक लगातार सत्रीय कार्य जमा करने की तिथि बढाते आ रहे हैं लेकिन अभी भी कई छात्रों ने सत्रीय कार्य जमा नहीं किये हैं। कुलपति ने कहा कि जो छात्र 15 अक्टूबर तक सत्रीय कार्य जमा नहीं करेंगे उन्हें इस अवसर से वंचित होना पड़ेगा, उन्हें आगे बैक परीक्षा हेतु आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अप्रैल से लेकर अब तक लगातार सत्रीय कार्य जमा करने की तिथि बढ़ाते आ रहे हैं लेकिन अभी भी कई छात्रों ने सत्रीय कार्य जमा नहीं किये हैं। उन्होंने बताया कि विवि के स्नातक व स्नातकोत्तर में प्रवेश लेने की तिथि एक अक्टूबर से बढ़ाकर 20 अक्टूबर कर दी गई हैं। ताकि कोरोना संक्रमण के कारण कोई छात्र पढ़ाई से वंचित न रह जाए। बैठक में विवि के कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक प्रो. पीडी पंत, प्रो. एचपी शुक्ल, प्रोआरसी मिश्र, प्रो गोविद सिंह प्रो. गिरिजा पांडेय आदि वाह्य सदस्य शामिल हुए।