डिप्लोमा फार्मेसिस्ट ने दी आंदोलन की चेतावनी
संवर्ग के ढांचे का पुनर्गठन व वेतन विसंगति के मामले को लेकर डिप्लोमा फार्मेसिस्ट फिर आदोलन करने के मूड में हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून : संवर्ग के ढांचे का पुनर्गठन व वेतन विसंगति के मामले को लेकर डिप्लोमा फार्मेसिस्ट फिर आदोलन करने के मूड में हैं। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि लंबित मांगों का जल्द समाधान नहीं किया जाता है तो प्रदेशभर के डिप्लोमा फार्मेसिस्ट आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे। शनिवार को जिलाध्यक्ष सुधा कुकरेती की अध्यक्षता में हुई बैठक में एसोसिएशन से जुड़े डिप्लोमा फार्मेसिस्टों ने संवर्ग की लंबित मागों की समीक्षा की।
बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य गठन के इतने साल बाद भी फार्मेसिस्ट संवर्ग के ढाचे का पुनर्गठन नहीं होना दुर्भाग्य है। कहा कि इस संदर्भ में कई मर्तबा स्वास्थ्य महानिदेशालय व शासन को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है। हर बार आश्वासन तो मिला लेकिन ढाचे का पुनर्गठन अब तक नहीं किया गया है। इसको लेकर डिप्लोमा फार्मेसिस्टों में आक्रोश बना हुआ है। पदाधिकारियों ने कहा कि फार्मेसिस्टों के वेतन निर्धारण को लेकर हर अंतराल बाद नए आदेश पारित किए जा रहे हैं। जिस कारण वेतन में विसंगति बनी हुई है। इसका खामियाजा सेवानिवृत्त हो रहे कार्मिकों को भी भुगतना पड़ रहा है। वेतन विसंगति के चलते सेवानिवृत्ति के बाद कार्मिकों से तीन-चार लाख रुपये तक की रिकवरी की जा रही है। माग की है कि शिक्षकों के लिए पारित शासनादेश के अनुरूप ही फार्मेसिस्टों की वेतन विसंगति को भी दूर किया जाए। कहा कि यदि लंबित मागों का समाधान जल्द नहीं होता है तो एसोसिएशन आदोलन का बिगुल फूंक देगी।
बैठक में पीएस पंवार, बीएस कलूड़ा, केआर तिवारी, पीएस बिष्ट, डीपी रतूड़ी, बीएस नकोटी, अनिल बिष्ट, रमेश जोशी, बीएस नेगी, आरएम कोठियाल, एसवी बडोनी, रजनी, सोना, उर्मिला आदि मौजूद रहे।
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