उत्तराखंड में मौसम से भी नहीं हार रहा डेंगू का मच्छर, 183 और मरीज मिले
मानसून विदा हो रहा है और मौसम सर्द होता जा रहा है। पर डेंगू का डंक तब भी कमजोर नहीं पड़ रहा है। ताजा रिपोर्ट में राज्य में 183 और लोग डेंगू की चपेट में आए हैं।
देहरादून, जेएनएन। मानसून विदा हो रहा है और मौसम सर्द होता जा रहा है। पर डेंगू का डंक तब भी कमजोर नहीं पड़ रहा है। ताजा रिपोर्ट में राज्य में 183 और लोग डेंगू की चपेट में आए हैं। इनमें सबसे अधिक 80 मरीज देहरादून से हैं। नैनीताल में 52, ऊधमसिंहनगर में 26, हरिद्वार में 19, टिहरी गढ़वाल में पांच और पिथौरागढ़ में एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके बाद प्रदेश में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 7260 हो गई है।
जनपद देहरादून में इस बार डेंगू की सबसे ज्यादा मार पड़ी है। अब तक यहां पर 4194 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं नैनीताल में भी 2173, उधमसिंहनगर में 408, हरिद्वार में 333, टिहरी में 102, अल्मोड़ा में 20 और पौड़ी में 14 लोगों पर डेंगू डंक लग चुका है। लगातार सामने आ रहे डेंगू के नए मामलों से स्वास्थ्य विभाग की नींद अब भी उड़ी हुई है।
डेंगू की रोकथाम व बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के अभी तक के सभी इंतजाम नाकाफी ही साबित हुए हैं। यह बात अलग है कि विभागीय अधिकारी हर अंतराल बाद दावा करते रहे हैं कि डेंगू से निपटने के लिए पूरी तैयारियां की गई हैं। दो दर्जन से अधिक टीमें प्रभावित क्षेत्रों में दौरा भी कर रही हैं और लोगों को डेंगू की बीमारी से बचाव के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
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स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर-घर का सर्वे कर लार्वा की पहचान कर उसको नष्ट करने की बात भी दोहराई गई, लेकिन परिणाम सिफर ही रहा। क्योंकि हर रोज एक नहीं, बल्कि डेंगू के अनेक नए केस सामने आ रहे हैं। राज्य में 12 से अधिक मरीजों की जान भी डेंगू का मच्छर लील चुका है। मौसम में ठंडक की दस्तक के बाद भी मच्छर की सक्रियता बरकरार है। ऐसे में सहज अनुमान ही लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में डेंगू का मच्छर और कितना कहर बरपा सकता है।
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