जनसंघर्ष मोर्चा ने किया नायब तहसीलदार का घेराव
जागरण संवाददाता विकासनगर क्लीनिकल एस्टेबिलिशमेंट एक्ट को लेकर जनसंघर्ष मोर्चा ने सरकार से
जागरण संवाददाता, विकासनगर: क्लीनिकल एस्टेबिलिशमेंट एक्ट को लेकर जनसंघर्ष मोर्चा ने सरकार से विधेयक लाने की मांग की है। शनिवार को विकासनगर तहसील पहुंचे मोर्चा कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष रघुनाथ ¨सह नेगी के नेतृत्व में नायब तहसीलदार पंचम सिंह नेगी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
इस दौरान जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश भर में निजी क्लीनिक व नर्सिग होम एक्ट के विरोध में नौ दिन से बंद हैं, लेकिन सरकार ने मामले में हस्तक्षेप न कर मरीजों को मरने के लिए उनके हालात पर छोड़ दिया है, जो बहुत ही गलत सोच है। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों व लचर सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए एक्ट में कुछ संशोधन कर विधेयक लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्लीनिकल एस्टेबिलिशमेंट एक्ट बहुत ही जटिल है। पूर्व में स्थापित क्लीनिकों पर अगर ये एक्ट लागू होता है तो निश्चित तौर पर लगभग 70-80 फीसदी क्लीनिक पंजीकरण ही नहीं करा पाएंगे। प्रदेश की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का आलम यह है कि अस्पताल तो हर जगह मौजूद हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। उन्होंने नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द एक्ट में संसोधन को लेकर विधेयक लाने की मांग की है, ताकि चिकित्सकों के साथ आम जनता को भी राहत मिल सके।
घेराव करने वालों में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, डा. ओपी पंवार, दिलबाग ¨सह, हाजी जामिन, ओपी राणा, अमित जैन, अंकुर चौरसिया, सोम देश प्रेमी, विनोद जैन, सुशील भारद्वाज, आशीष ¨सह, रहबर अली, जसवंत सलानी, मौ. आसिफ, प्रदीप कुमार,के पी सक्सेना, दिनेश पाल, विष्णु प्रसाद, जयंत चैहान, सतीश गुप्ता, गजपाल रावत, भीम ¨सह बिष्ट, गौर ¨सह चैहान, बिरेन्द्र ¨सह, गुरूचरण ¨सह, शेर ¨सह, विनोद जैन, विनोद गोस्वामी, महेंद्र ¨सघल, फतेह आलिम आदि शामिल रहे।