महिला खिलाड़ियों के शोषण में घिरे दून अस्पताल में भर्ती कोच की पुलिस निगरानी बढ़ी, आज दर्ज हो सकते हैं बयान
Dehrdaun News दून अस्पताल में भर्ती पर्वतीय क्रिकेट एसोसिएशन चमोली के निलंबित सचिव व क्रिकेट कोच नरेंद्र शाह किसी भी समय अस्पताल से डिस्चार्ज हो सकते हैं। कोच को अन्यत्र रेफर करने की बात भी सामने आ रही है जिसके चलते पुलिस अलर्ट हो गई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Dehrdaun News: विषाक्त का सेवन कर एक सप्ताह से दून अस्पताल में भर्ती पर्वतीय क्रिकेट एसोसिएशन चमोली के निलंबित सचिव व क्रिकेट कोच नरेंद्र शाह किसी भी समय अस्पताल से डिस्चार्ज हो सकते हैं, ऐसे में पुलिस ने कोच की निगरानी बढ़ा दी है।
पुलिस ने आरोपित के बयान दर्ज करने हैं, ऐसे में पुलिस निगरानी कर रही है। कोच को अन्यत्र रेफर करने की बात भी सामने आ रही है, जिसके चलते पुलिस अलर्ट हो गई है।
सीओ अनिल जोशी ने बताया कि गुरुवार को दोपहर में सूचना मिली कि कोच को अन्यत्र रेफर किया जा सकता है, ऐसे में चिकित्सकों व स्टाफ को सूचना दी गई है कि आरोपित कोच को रेफर करने से पहले पुलिस को जरूर सूचित करें।
शुक्रवार को दर्ज होंगे दोनों खिलाड़ियों के बयान
कोच की निगरानी के लिए अस्पताल में उनके कक्ष के बाहर पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़ितों के बाद आरोपित के बयान दर्ज किए जाने हैं। इसलिए पुलिस लगातार कोच पर नजर रख रही है।
गुरुवार को सीओ ने शिकायत प्रकोष्ठ के माध्यम से कोच और क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाने वाली महिला खिलाड़ियों से फोन से संपर्क किया।
सीओ ने खिलाड़ियों को तीन बजे से पहले बयान दर्ज कराने को कहा, लेकिन खिलाड़ियों ने कहीं व्यस्त होने की बात कही। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के शुक्रवार को बयान दर्ज होंगे। इसके बाद पुलिस आरोपित कोच के बयान दर्ज करेगी।
अपने स्तर से भी जानकारी जुटा रही है पुलिस
कोच पर लगे गंभीर आरोपों के बाद नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने अपने स्तर से भी जांच शुरू कर दी है। पुलिस की ओर से अन्य कोच व खिलाड़ियों से भी नरेंद्र शाह व सीएयू के पदाधिकारियों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
पता लगाया जा रहा है कि महिला खिलाड़ियों के संपर्क में कौन-कौन रहता था? जब खिलाड़ी मैच खेलने बाहर जाते थे तो उनके साथ कौन जाता था? खिलाड़ियों के हास्टल में कौन-कौन आता था।
नेहरू कालोनी थाने में पहुंचे कुछ अन्य पत्र
गुरुवार को नेहरू कालोनी थाने में कुछ गुमनाम खिलाड़ियों के पत्र पहुंचे। इसमें किसी पर आरोप-प्रत्यारोप तो नहीं हैं, लेकिन एसोसिएशन के पदाधिकारियों का बचाव करने की बात लिखी हुई है।
पत्र में कुछ खिलाड़ियों ने लिखा है कि जिस हास्टल में महिला खिलाड़ी रहती थीं, वहां एसोसिएशन के पदाधिकारी नहीं जाते थे और जब महिला खिलाड़ी टूर्नामेंट खेलने के लिए बाहर जाती थीं तो उनके साथ महिला कोच ही जाती थीं।