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वीआइपी कोटे में बनेंगे लंबित डीएल, आठ दिन की हड़ताल के बाद खुले आरटीओ कार्यालय; उमड़ी भीड़

आरटीओ कार्यालय में लंबित पड़े काम पूरा कराने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। नए वाहन के पंजीकरण वाहन की फिटनेस टैक्स और परमिट के मामलों को लेकर ट्रांसपोर्टर आठ दिन से इंतजार कर रहे थे। इस दौरान सबसे बड़ी समस्या लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस स्लाट को लेकर रही।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 09:19 AM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 09:19 AM (IST)
वीआइपी कोटे में बनेंगे लंबित डीएल, आठ दिन की हड़ताल के बाद खुले आरटीओ कार्यालय; उमड़ी भीड़
वीआइपी कोटे में बनेंगे लंबित डीएल, आठ दिन की हड़ताल के बाद खुले आरटीओ कार्यालय।

जागरण संवाददाता, देहरादून। आठ दिन चली हड़ताल के बाद बुधवार को खुले आरटीओ कार्यालय में लंबित पड़े काम पूरा कराने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। नए वाहन के पंजीकरण, वाहन की फिटनेस, टैक्स और परमिट के मामलों को लेकर ट्रांसपोर्टर आठ दिन से इंतजार कर रहे थे। इस दौरान सबसे बड़ी समस्या लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस स्लाट को लेकर रही। गुजरे आठ दिन में जो स्लाट खाली रह गए, उनके आवेदक भी टेस्ट देने पहुंच गए। जिससे लाइसेंस अनुभाग में पूरे दिन हंगामे की स्थिति बनी रही। इस संबंध में देर शाम आरटीओ दिनेश चंद पठोई एक बैठक की। जिसमें तय हुआ कि हड़ताल के कारण जो आवेदक लाइसेंस का टेस्ट नहीं दे पाए, उनका टेस्ट वीआइपी कोटे में लिया जाएगा।

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आरटीओ पठोई ने अधिकारियों को आदेश दिए कि समस्त लंबित कार्य प्राथमिकता पर पूरे किए जाएं। बता दें कि, परिवहन विभाग के मिनिस्टीरियल कर्मचारी पिछले आठ दिन से हड़ताल पर थे। कर्मचारियों की मांग थी कि पदोन्नति से जुड़े शासनादेश में त्रुटि को दूर किया जाए। इसे लेकर प्रदेश के समस्त आरटीओ-एआरटीओ कार्यालय व विभाग की चेकपोस्टों पर कामकाज ठप पड़ा हुआ था। सरकार को रोजाना करीब चार करोड़ रुपये की चपत लग रही थी। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्मिकों की मांग का संज्ञान लिया और परिवहन सचिव को तत्काल निदान करने के निर्देश भी दिए। शासन की ओर से शाम को नया शासनादेश जारी कर दिया गया। इस पर कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर बुधवार को कार्यालयों में काम शुरू करने का ऐलान किया।

बुधवार को जब कर्मचारियों ने काम शुरू किया तो आठ दिन से परेशान ट्रांसपोर्टरों ने फाइलें लानी शुरू कर दी। परमिट, टैक्स व फिटनेस को लेकर ट्रांसपोर्टर परेशान थे और बोल रहे थे कि इसके कारण उनकी गाडिय़ां बाहर नहीं जा पा रहीं। वहीं, लाइसेंस बनाने वालों की संख्या भी खासी बड़ी हो गई है। मौजूदा समय में रोजाना 125 लर्निंग डीएल टेस्ट लिए जा रहे। इनमें 100 नए आवेदक जबकि 25 कोरोना प्रभाव के लंबित जन के हैं। आठ दिन की हड़ताल में अब 800 से ज्यादा टेस्ट और लंबित हो गए हैं। ऐसे में आरटीओ ने इन लंबित आवेदकों का टेस्ट रोज वीआइपी कोटे में लेने का आदेश दिया है।

दो घंटे अतिरिक्त काम करेंगे कार्मिक

लंबित काम पूरा करने के लिए आरटीओ कार्मिक अब रोजाना दो घंटे अतिरिक्त काम करेंगे। आरटीओ ने बताया कि लाइसेंस एवं फिटनेस के मामले सर्वाधिक लंबित हैं और इन दोनों अनुभाग के कार्मिकों को अतिरिक्त काम करने को कहा गया है।

छुट्टी को लेकर रही गफलत

बुधवार सुबह आरटीओ में अपेक्षाकृत भीड़ कम रही। लोग यह सोच रहे थे कि गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस को लेकर बुधवार को सरकारी कार्यालयों में अवकाश है। जबकि, सरकार एक दिन पहले ही यह अवकाश 24 नवंबर के बजाए आठ दिसंबर को घोषित कर चुकी थी। जब ट्रांसपोर्टरों व अन्य जन को कार्यालय खुले होने का पता चला तो देखते ही देखते वहां भीड़ उमड़ने लगी। शाम तक कार्यालय पैक रहा।


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