खदरी-लक्कड़घाट में गंगा तट पर होगा वनीकरण
देहरादून वन प्रभाग की ऋषिकेश वन रेंज के खदरी लक्कड़ घाट वन बीट स्थित वन विभाग की खाली पड़ी 15 हेक्टेयर भूमि पर वनीकरण की तैयारी पूरी कर दी गई है। यहां वन विभाग ने 15 हजार पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में यहां वृहद स्तर पर पौधरोपण किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
देहरादून वन प्रभाग की ऋषिकेश वन रेंज के खदरी लक्कड़ घाट वन बीट स्थित वन विभाग की खाली पड़ी 15 हेक्टेयर भूमि पर वनीकरण की तैयारी पूरी कर दी गई है। यहां वन विभाग ने 15 हजार पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में यहां वृहद स्तर पर पौधरोपण किया जाएगा।
खदरी खड़क माफ ग्राम सभा और टिहरी विस्थापित क्षेत्र के सीमान्त क्षेत्र पर गंगा नदी के तटवर्ती क्षेत्र को वनीकरण के लिए चुना गया है। वर्ष 2013 की केदार आपदा के बाद से बाढ़ का मलवा भर जाने के बाद से यह विशाल भू-भाग क्षेत्र खाली पड़ा था। नमामि गंगे परियोजना के जिला क्रियान्वयन समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि फरवरी में प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा आयोजित वन संरक्षक की अध्यक्षता में क्रियान्वयन समिति की बैठक में उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की सीमा पर गंगा और सहायक नदी सौंग नदी खाली पड़े भू-भागों पर वृक्षारोपण सहित चक डैम बनाकर भू संरक्षण के प्रयासों हेतु निवेदन किया गया था। जिसका बाद जीपीएस सर्वे कर योजना को क्रियान्वित करने का कार्य किया।
वन क्षेत्राधिकारी आरपीएस नेगी ने बताया कि नदी तट पर बाढ़ आपदा से नुकसान हुए वन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसमें स्थानीय जागरूक जनप्रतिनिधियों सहित पर्यावरण कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार केवल खदरी के आसपास ही 15 हजार से अधिक पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए अभी तक 11 हजार गड्ढे खोदे जा चुके हैं। पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में रेंज कार्यालय की ओर से आयोजित जागरूकता के तहत सोमवार को क्षेत्र में प्रदर्शनी, कठपुतली नृत्य का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर खदरी ग्राम प्रधान सरोप सिंह पुण्डीर, वन दारोगा सुरेन्द्र कुमार, वन बीट अधिकारी शिवराज सिंह, वन बीट सहायक धनी राम बेलवाल आदि मौजूद रहे।