विश्व दिव्यांग दिवस पर मूक बधिर जोड़े ने विश्वनाथ मंदिर में लिए फेरे
उत्तरकाशी में विश्व दिव्यांग दिवस पर मूकबधिर वर-वधु ने काशी विश्वनाथ मंदिर में फेरे लेकर परिणय सूत्र में बंधे।
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: विश्व दिव्यांग दिवस पर मूकबधिर वर-वधु ने काशी विश्वनाथ मंदिर में फेरे लेकर परिणय सूत्र में बंधे। उत्तरकाशी में यह पहला मौका है कि जब मूकबधिर वर-वधू ने दिव्यांग दिवस पर विवाह किया है। इस विवाह समारोह सम्पन्न कराने में रोटरी क्लब, रेडक्रॉस सोसायटी और काशी विश्वनाथ धर्मार्थ प्रबंधन समिति ने सहयोग किया।
टिहरी गढ़वाल के डबरी गांव निवासी मूकबधिर सुरेंद्र सजवाण ने पुरोला ब्लॉक के डेरिका गांव निवासी मूकबधिर सविता रावत से दिव्यांग दिवस पर विवाह बंधन में बंधकर एक नई मिसाल पेश की है। मूकबधिर सुरेंद्र सजवाण के पिता प्रेम सिंह सजवाण और माता लक्ष्मी देवी भी बचपन से ही मूकबधिर है। दुल्हन सविता रावत के पिता शूरवीर रावत का चार साल पहले देहांत हो गया था और माता बीमारी के कारण लंबे समय से बिस्तर पर लेटी हुई है।
मूकबधिर सुरेंद्र और सविता का यह रिश्ता आपसी रिश्तेदारी के माध्यम से हुआ है। रविवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में विश्व दिव्यांग दिवस पर विवाह करने पहुंचे। मूकबधिर वर-वधू को रेडक्रॉस समिति, काशी विश्वनाथ धर्मार्थ प्रबंधन समिति तथा रोटरी क्लब ने उपहार दिए।
साथ ही विवाह संपन्न कराने में मदद की। इस दौरान गंगोत्री विधायक गोपाल रावत, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। इस मौके पर रामचन्द्र उनियाल, अजय पुरी, विशाल मणी, प्रताप सिंह बिष्ट, जगमोहन अरोड़ा, दुर्गेश भट्ट, दुलारी देवी, सुनील रावत, दलवीर रावत आदि लोग मौजूद रहे।
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