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Cricket Association of Uttarakhand: अब बिना अनुमति CAU के लोगो का इस्तेमाल पड़ेगा भारी, जानिए क्यों उठाया गया ये कदम

Cricket Association of Uttarakhand उत्तराखंड में अगर किसी भी टूर्नामेंट एकेडमी या व्यक्ति विशेष ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) का लोगो बिना अनुमति इस्तेमाल किया तो यह अब भारी पड़ सकता है। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि बिना लिखित में अनुमति के लोगो का इस्तेमाल न किया जाए।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 10:21 AM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 10:21 AM (IST)
Cricket Association of Uttarakhand: अब बिना अनुमति CAU के लोगो का इस्तेमाल पड़ेगा भारी, जानिए क्यों उठाया गया ये कदम
अब बिना अनुमति CAU के लोगो का इस्तेमाल पड़ेगा भारी, जानिए क्यों उठाया गया ये कदम ।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Cricket Association of Uttarakhand उत्तराखंड में अगर किसी भी टूर्नामेंट, एकेडमी या व्यक्ति विशेष ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) का लोगो बिना अनुमति इस्तेमाल किया तो यह अब भारी पड़ सकता है। एसोसिएशन ने सख्त रूख अपनाते हुए स्पष्ट किया है कि बिना लिखित में अनुमति के लोगो का इस्तेमाल न किया जाए। अगर कहीं ऐसी शिकायत मिलती है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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सीएयू के सचिव महिम वर्मा ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि देखने में आ रहा है कि प्रदेश में अनाधिकृत क्रिकेट टूर्नामेंटों में सीएयू का लोगो का इस्तेमाल कर खिलाड़ियों को गुमराह किया जा रहा है। कुछ एकेडमी भी सीएयू के लोगो का इस्तेमाल कर खिलाड़ियों को भटका रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कई शिकायतें मिल चुकी हैं। 

भविष्य में अगर किसी टूर्नामेंट, एकेडमी या व्यक्ति विशेष बिना अनुमति के सीएयू के लोगो का इस्तेमाल करता पाया जाता है तो एसोसिएशन उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। इसके अलावा गैर मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट में सीएयू से पंजीकृत खिलाड़ी खेलते पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। 

बच्चों को एमडीएम में मिलेगा शहद

प्रदेश के स्कूली छात्र- छात्राओं को मिड डे मील में अब शहद भी मिलेगा। केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी होने के बाद समग्र्र शिक्षा अभियान के अपर राज्य परियोजना अधिकारी मुकुल कुमार सती ने इसके आदेश जारी कर दिए। उन्होंने बताया कि केंद्र ने मिड-डे मील में शहद और मशरूम को शामिल करने का सुझाव दिया गया है। शहद एवं मशरूम के पौष्टिक तत्वों को देखते हुए दोनों चीजों को मिड डे मील में शामिल करने का सुझाव दिया गया है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने शहद उत्पादन में वृद्धि के लिए मधुमक्खी पालन एवं किसानों के हित में यह कदम उठाए हैं। मशरूम के उत्पादन को स्कूल के किचन गार्डन में ही उगाए जाने पर भी विचार किया जा रहा है।

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