सबा करीम-गायकवाड़ की रिपोर्ट पर टिकी मान्यता
बीसीसीआइ की मान्यता को लेकर सोमवार व मंगलवार का दिन अहम होने वाला है। एफिलेशन कमेटी के सदस्य सबा करीम व अंशुमन गायकवाड़ दून पहुंच कर तीनों एसोसिएशन से वार्ता कर मान्यता की राह तलाखेंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून: बीसीसीआइ की मान्यता को लेकर सोमवार व मंगलवार का दिन अहम होने वाला है। मान्यता के मसले पर बीसीसीआइ की उत्तराखंड एफिलेशन कमेटी के सदस्य सबा करीम व अंशुमन गायकवाड़ प्रदेश की तीन एसोसिएशन की राय जानेंगे और एसोसिएशनों से अलग-अलग वार्ता कर विलय की स्थिति परखने दून पहुंच रहे हैं। एसोसिएशन के रुख के आधार पर एफिलेशन कमेटी बीसीसीआइ को रिपोर्ट सौंपेगी, इसके बाद बीसीसीआइ रिपोर्ट के आधार पर मान्यता पर निर्णय लेगी।
उत्तराखंड एफिलेशन के सदस्य सबा करीम व अंशुमन गायकवाड़ सोमवार दोपहर को देहरादून पहुंचेंगे। दोनों सदस्य सीधे नंदा की चौकी स्थित एक होटल में ठहरेंगे। इसके बाद शाम को वे उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन व यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्यों से अलग-अलग वार्ता करेंगे। जबकि, मंगलवार को उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन से वार्ता की जाएगी। इस दौरान एफिलेशन कमेटी उत्तराखंड की मान्यता की संभावनाएं तलाशेगी। कमेटी एसोसिएशन में एकराय बनाने की कोशिश करेगी, साथ ही यह भी सुनिश्चित करना चाहेगी कि यदि मान्यता मिलती है तो भविष्य में आपसी मतभेद की कोई संभावना न रहे। अब कमेटी मान्यता पर क्या रिपोर्ट तैयार करती है, यह पूरी तरह से एसोसिएशनों के रुख पर निर्भर है।
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वर्षो पुराना है मान्यता का सपना
उत्तराखंड 18 वर्षो से मान्यता का सपना देख रहा है। पिछले वर्ष उत्तराखंड टीम को पहली बार घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने का मौका मिला तो उत्तराखंड ने रणजी व कूच बिहार ट्राफी में शानदार खेल दिखाकर सबको प्रभावित किया। दिखाया कि उत्तराखंड में क्रिकेट प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत थी तो उन्हें अवसर मिलने की। अब उत्तराखंड का अगला लक्ष्य बीसीसीआइ से मान्यता प्राप्त करना है, ताकि प्रदेश की एसोसिएशन यहां क्रिकेट का संचालन कर सके। हालांकि, यह राह भी आसान नहीं होने वाली है।
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