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उत्तराखंड में अब नेपाल मूल के व्यक्तियों को भी लगेंगे टीके, ऐसे किया जाएगा टीकाकरण

Covid 19 Vaccination अब नेपाली मूल के व्यक्तियों को भी वैक्सीन लगाई जा सकेगी। केंद्र सरकार ने राज्य को इसके लिए मंजूरी दे दी। नेपाली लोग बिना पहचान पत्र के टीका लगवा सकेंगे। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने इस संदर्भ में सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजा।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 01:22 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 01:22 PM (IST)
उत्तराखंड में अब नेपाल मूल के व्यक्तियों को भी लगेंगे टीके, ऐसे किया जाएगा टीकाकरण
उत्तराखंड में अब नेपाल मूल के व्यक्तियों को भी लगेंगे टीके।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Covid 19 Vaccination उत्तराखंड में अब नेपाली मूल के व्यक्तियों को भी वैक्सीन लगाई जा सकेगी। केंद्र सरकार ने राज्य को इसके लिए मंजूरी दे दी है। नेपाली लोग बिना पहचान पत्र के टीका लगवा सकेंगे। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने इस संदर्भ में सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजा है।

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इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार से नेपाली मूल के व्यक्तियों के टीकाकरण की मंजूरी मिल गई है। उन्हें बिना पहचान पत्र के भी वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से मेल प्राप्त हुई है। जिसमें कहा गया है कि नेपाली मूल के व्यक्तियों को वैक्सीन केंद्र की ओर से छह मई को जारी पत्र और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार लगाई जा सकेगी। इसमें उन व्यक्तियों को वैक्सीन लगाए जाने का उल्लेख है, जिनके पास कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कराने के लिये पहचान पत्र (आइडी कार्ड) उपलब्ध नहीं हैं। इससे साफ है कि अब नेपाली लोग बिना आधार कार्ड एवं अन्य पहचान पत्र के वैक्सीन लगवा सकेंगे।

बता दें, नैनीताल हाईकोर्ट ने भी एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए 19 मई को राज्य सरकार से जवाब मांगा था। इसके बाद उत्तराखंड राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से 16 अप्रैल को केंद्र सरकार को इस संबंध में एक पत्र भेजा गया था। उसी के क्रम में केंद्र ने अनुमति दी है।

ऐसे किया जाएगा टीकाकरण

राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि नेपाली मूल के व्यक्तियों के टीकाकरण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जिलों को भेज दी गई है। इसमें जिलाधिकारी को इस काम के लिए अधिकृत किया गया है। जिलाधिकारी इस मामले में नोडल अधिकारी नामित करेंगे। यह नोडल अधिकारी पुलिस की मदद से लाभार्थियों की सूची तैयार कर इनका सत्यापन करेंगे। नोडल अधिकारी के स्तर से एक प्रमाण पत्र इन्हें जारी किया जाएगा, जिसके आधार पर टीकाकरण होगा। टीकाकरण का डाटा कोविन पोर्टल पर अपलोड करने के साथ ही मैनुअल डाटा भी रखा जाएगा। कोविन पर पर्सन विदाउट आइडी कार्ड का भी विकल्प है।

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