देहरादून पहुंचा नवी मुंबई के पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल, दिए गुर Dehradun News
मुंबई महानगर पालिका की महिला पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल ने दून नगर निगम पहुंच यहां की कार्यशैली जानी अपने यहां चलने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी।
देहरादून, जेएनएन। नवीं मुंबई महानगर पालिका की महिला पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल ने दून नगर निगम पहुंच यहां की कार्यशैली जानी अपने यहां चलने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। यह भी बताया कि उनके यहां महिला स्वयंसेवियों के लिए आय के साधन भी बनाए गए हैं। दून के महापौर सुनील उनियाल गामा द्वारा यहां भी महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए आय के साधन बनाने की बात कही।
सोमवार को नगर निगम सभागार में नवीं मुंबई महानगर पालिका के 48 सदस्यीय महिला पार्षदों का दल ने दून के महापौर गामा और सभागार में मौजूद पार्षदों के साथ शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने अपने कार्यों के अनुभव भी बताए। नवीं मुंबई की डिप्टी महापौर मंदानिकी और पूर्व महापौर मनीषा शशिकांत ने अपनी पालिका के बजट की जानकारी भी दी। बैठक के दौरान महापौर ने सभी का परिचय भी कराया। मुंबई की पार्षदों ने दून शहर और यहां के मौसम की तारीफ की। उन्होंने बताया कि नवीं मुंबई में सफाई व्यवस्था पर काफी जोर दिया जाता है। वहां सफाई व्यवस्था आउट सोर्स पर है।
महापौर गामा ने भी दून में किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। बताया कि नवंबर में नगर निगम ने प्लास्टिक के विरुद्ध 50 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाई। नगर निगम की ओर से पार्षदों को कपड़े के थैले भी दिए गए। नवी मुंबंई महानगर पालिका की पूर्व महापौर ने देहरादून नगर निगम के पार्षदों को अपने यहां आने का न्यौता दिया और इस पर महापौर गामा ने महिला पार्षदों का प्रतिनिधमंडल नवी मुबंई स्टडी टूर पर भेजने की सहमति जताई। इसके बाद सभी अतिथि पार्षद मसूरी के लिए निकल गईं और वहां से वे ऋषिकेश, हरिद्वार होकर शनिवार को वापस लौटेंगी।
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बड़े विभाग पालिका के अधीन
नवी मुंबई महानगर पालिका की डिप्टी महापौर ने बताया कि उनका सालाना बजट तीन हजार करोड़ रुपये का है। पालिका की ढाई हजार करोड़ रुपये की एफडी है और इसके ब्याज से ही जरिए ही हर महीने पूरा वेतन वितरित होता है। पालिका के अधीन सफाई, पथ प्रकाश व्यवस्था के साथ मुख्य मुख्य सड़कों के निर्माण, परिवहन, ऊर्जा और स्वास्थ्य, शिक्षा आदि जैसे महकमे हैं। वहां पार्षद के बदले कारपोरेटर पदनाम है। वहां पर महिला उत्थान और अन्य कार्यों के लिए अलग-अलग समितियां बनी हैं। वहां शहर की जनता केवल पार्षद चुनती है और महापौर पार्षदों द्वारा चुने जाते हैं। दून के महापौर ने बताया कि यहां महापौर और पार्षद जनता के द्वारा ही चुने जाते हैं। दून का सालाना बजट 101 करोड़ रुपये है। यहां सिर्फ दो विभाग स्वच्छता और स्ट्रीट लाइट ही नगर निगम के अधीन हैं।
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मानदेय की बात सुनते ही यहां भी मचा शोर
मुंबई महानगर पालिका की पार्षदों ने जब यह बताया कि उनके यहां समस्त पार्षद को 9999 रुपये मासिक मानदेय मिलता है तो यह सुनकर दून के पार्षदों ने भी अतिथियों के सामने ही यहां भी मानदेय देने की मांग शुरू कर दी। यही नहीं, जब दून के पार्षदों को पता चला कि मुंबई में बैठकों के लिए भी पार्षदों को 500 रुपये प्रति बैठक मिलते हैं तो उन्होंने सोमवार की बैठक में आने के लिए भी इस राशि की मांग कर डाली।
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