हाथियों की सुरक्षा के लिए बनाए जाएं कॉरीडोर
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक वरिष्ठ आइएफएस जयराज ने पदभार ग्र
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक वरिष्ठ आइएफएस जयराज ने पदभार ग्रहण करने के पश्चात परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज से भेंट की। इस दौरान उन्होंने वन, पर्यावरण व वन्य जीव सुरक्षा पर चर्चा की।
शनिवार को प्रमुख वन संरक्षक जयराज परमार्थ निकेतन में स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट करने पहुंचे। इस अवसर पर दोनों के मध्य पर्यावरण संरक्षण एवं क्लाइमेट चेंज आदि विषयों पर चर्चा हुई। स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि नदियों के किनारों को विशेष रूप से रिस्पना के तटों को सुरम्य और आकर्षक बनाने के लिए स्कूल, सेना, संस्थायें, सरकार एवं अन्य सामाजिक संगठनों को मिलकर कार्य करना होगा। साथ ही हरिद्वार में 25 हजार फलदार, फूलदार व छायादार पौधे रोपने की कार्ययोजना बनाई जाए। स्वामी चिदानंद ने कहा कि जंगल में हाथियों के लिए जो परंपरागत कॉरीडोर थे वे धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहे हैं, अब जंगलों में पुन: गलियारा (कॉरीडोर) बनाने की जरूरत है। इसके साथ ही हाथियों के लिए उनकी रुचि के पौधे यथा पीपल, वट, केला, आवंला, नीम एवं अन्य पत्तीदार पौधों का रोपण करना होगा, क्योंकि इसके अभाव में ही हाथी, जंगलों से बाहर रिहायशी इलाकों में आकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने स्वामी चिदानंद सरस्वती के सुझावों को अत्यंत तर्कसंगत व प्रेरणादायक बताते हुए हाथी कॉरीडोर के सुझाव पर जल्दी ही कार्य योजना बनाने की बात कही। इस अवसर पर मुनि महाराज ने प्रमुख वन संरक्षक जयराज व अन्य अधिकारियों को शिवत्व का प्रतीक रुद्राक्ष का पौधा भी भेंट किया।