शातिर अंदाज में साइबर ठग ने उड़ाए 1.30 लाख, आप नहीं होना चाहते शिकार; तो इन बातों का रखें ध्यान
साइबर ठग ने बड़े ही शातिर अंदाज में एक शख्स को अपने झांसे में ले लिया और उसके खाते से एक लाख 30 हजार रुपये उड़ा लिए।
देहरादून, जेएनएन। हेलो...मैं शर्मा बोल रहा हूं। लॉकडाउन के चलते आर्थिक स्थिति थोड़ा बिगड़ गई है। क्या आप मेरी थोड़ी मदद कर सकते हो। कुछ इस अंदाज में शातिर ने योगाचार्य को अपनी बातों में फंसाया और उनके खाते से एक लाख 30 हजार रुपये उड़ा लिए।
दरअसल, लॉकडाउन में साइबर ठगों ने लोगों को चूना लगाने का नया तरीका अपना लिया है। यह शातिर ठग खुद को रिश्तेदार बताकर लोगों से आर्थिक मदद मांगते हैं और बातों-बातों में खाते से लाखों की रकम पर हाथ साफ कर देते हैं।
शुक्रवार को शिमला बाईपास निवासी योगाचार्य संतोष कुमार शर्मा के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। वह सुबह 10 बजे घर में नाश्ता कर रहे थे। तभी उनके फोन की घंटी बजी। उन्होंने कॉल रिसीव किया तो सामने से आवाज आई, हेलो... मैं शर्मा बोल रहा हूं आपका रिश्तेदार। लॉकडाउन की वजह से आर्थिक स्थिति थोड़ी बिगड़ गई है। क्या आप मेरी मदद कर सकते हो।
संतोष कुमार को यह आवाज अपने कोटद्वार निवासी रिश्तेदार जैसी लगी। इसलिए वह शातिर की बातों में आ गए। संतोष कुमार को लगा उनके रिश्तेदार समस्या में हैं तो उन्होंने मदद की बात कही। शातिर ने कहा कि उसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की ज्यादा समझ नहीं है और उसने अपने साथी को भी कॉन्फ्रेंस में ले लिया। इसके बाद पहले शातिर ने संतोष कुमार को अपनी बातों में फंसाया और दूसरे शातिर ने पेटीएम और गूगल पे के माध्यम से एक लाख 30 हजार रुपये संतोष कुमार के खाते से उड़ा लिए।
साइबर सेल से की शिकायत
योगाचार्य संतोष कुमार ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत साइबर सेल से कर दी है। उन्होंने पुलिस से जल्द आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
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साइबर ठगी से ऐसे बचें
- पिन कोड और पासवर्ड की जानकारी गुप्त रखें।
- मोबाइल में बैंक खाता संख्या और पासवर्ड न रखें।
- लॉटरी व इनाम के फोन पर असलियत जान लें।
- फेसबुक आइडी से कोई पैसे मांगता है पहले सच्चाई जान लें।
- फोन पर रिश्तेदार बताकर कोई पैसे की डिमांड करता है तो इसकी भी पड़ताल कर लें।
- क्रेडिट कार्ड और डेविड कार्ड एक्सपायरी संबंधी कोई फोन आता है तो सचेत हो जाएं।