Coronavirus: 18 दिन डिटेंशन सेंटर में रखे जाएंगे गिरफ्तार आरोपित, पढ़िए पूरी खबर
Coronavirus जेल में कोरोना पॉजिटिव पाए बंदियों को अब दून अस्पताल से प्रेमनगर में माया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा।
देहरादून, जेएनएन। Coronavirus जेल में कोरोना पॉजिटिव पाए बंदियों को अब दून अस्पताल से प्रेमनगर में माया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा। दरअसल, ये सभी बंदी कोरोना के एसिम्पटोमेटिक (बिना लक्षण वाले) मरीज हैं और कोविड गाइडलाइन के अनुसार इन्हें कोविड सेंटर में रखा जा सकता है। बंदियों को शिफ्ट करने से पहले शनिवार को सीएमओ डॉ. बीसी रमोला ने जेल अधिकारियों के साथ सेंटर की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने प्रेमनगर स्थित महिला पॉलीटेक्निक में बनाए गए डिटेंशन सेंटर का भी निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
बीती 25 जुलाई को हृदय रोग से पीड़ित बंदी को ऋषिकेश एम्स में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद जब बैरक संख्या तीन-चार के एनक्लोजर एरिया की आठ बैरकों में रखे गए करीब सवा तीन सौ बंदियों की जांच कराई गई, तो उनमें से 97 और संक्रमित निकले। इन सभी बंदियों को दून अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग और जेल प्रशासन का मानना है कि बिना लक्षण वाले मरीज होने के चलते बंदियों को कोविड सेंटर में रखा जा सकता है, जिससे दून अस्पताल में गंभीर मरीजों को जगह मिल सके।
इसे देखते हुए प्रेमनगर स्थित माया इंस्टीट्यूट को बंदियों के लिए कोविड सेंटर बना दिया गया। शनिवार को सीएमओ ने यहां दवाओं की उपलब्धता के साथ चिकित्सकीय उपकरणों से लेकर अन्य व्यवस्थाओं को देखा। वहीं, जेल अधिकारियों ने सुरक्षा की दृष्टि से परिसर का निरीक्षण किया। पुलिस की ओर से गिरफ्तार आरोपितों के लिए महिला पॉलीटेक्निक में बनाए डिटेंशन सेंटर (हिरासत केंद्र) का भी भ्रमण कर टीम ने स्वास्थ्य और सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। इस दौरान जेल अधीक्षक एमएस ग्वाल, जेल चिकित्सा अधीक्षक मो. हसन, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. विनीता सयाना और अन्य मौजूद रहे।