Move to Jagran APP

कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस ने चलाया हस्ताक्षर अभियान

संवाद सहयोगी विकासनगर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व दर्जाधारी आकिल अहमद ने सेलाकुई में कृषि बिल के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 09:12 PM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 09:12 PM (IST)
कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस ने चलाया हस्ताक्षर अभियान

संवाद सहयोगी, विकासनगर: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व दर्जाधारी आकिल अहमद ने सेलाकुई में कृषि कानूनों के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया। उन्होंने कानून को किसान विरोधी बताते हुए मोदी सरकार पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार को इस कानून को प्रत्येक दशा में वापस लेना होगा।

loksabha election banner

सेलाकुई में चलाए गए हस्ताक्षर अभियान में शामिल कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं व किसानों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता आकिल अहमद ने कहा कि केंद्र सरकार कुछ व्यापारियों के साथ मिलकर देश के किसानों को नुकसान पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है। सरकार खेती-किसानी से लेकर सभी व्यापारों को गिनती के कुछ उद्योगपतियों को सौंप देना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम दिलाने की बात करते हैं, लेकिन वास्तविकता में किसानों की फसल को अपनी मर्जी की कीमत पर खरीदी जा रही है। किसानों के मेहनत से उपजी फसल को उद्योगपति व व्यापारी खरीदने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। इस दौरान सेलाकुई व सहसपुर क्षेत्र से काफी संख्या में आए किसानों ने बिल के विरोध में हस्ताक्षर किए। इस दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष संजय किशोर, हाजी नूर हसन, वाहिद इकबाल, प्रवेज, हारुन अली, शमशाद अली, रियासुद्दीन, राजू चौधरी, अमन अहमद, युसूफ अली, आलिम खान, हाजी अमजद, इकराम आदि उपस्थित रहे।

---------------

किसानों को कृषि बिल के प्रति किया जागरूक

विकासनगर: कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय किशोर ने सहसपुर क्षेत्र के खुशहालपुर, टिमली गांवों में कृषि बिल के संबंध में किसानों को जागरूक किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप भी लगाया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि देश की जनता के लिए आनाज, दूध व फल-सब्जी आदि उपलब्ध कराने वाला किसान आज मुश्किल में आ गया है। पहले किसान अपनी मर्जी से अपनी फसलों को विक्रय कर लिया करता था। लेकिन कृषि कानूनों को लागू होने के बाद अब जहां सरकार चाहेगी वहीं किसानों को अपनी फसल बेचनी पड़ेगी। उन्होंने कहा, सरकार ने अपने कुछ चहेते उद्योगपतियों को लाभ पंहुचाने के लिए यह कानून बनाया है। इस दौरान नफीस अहमद, शम्मी प्रकाश, नितीश मौर्या, अकरम अंसारी, ब्रह्मप्रकाश , विशेष शर्मा, असद, दिनेश, धुरंधर चौधरी आदि उपस्थित रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.