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प्रत्याशियों की घोषणा में फिर ठिठकी कांग्रेस

राज्य में नगर निकायों की चुनावी जंग में ताल ठोकने को बेकरार कांग्रेस के प्रत्याशियों का इंतजार बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 03:01 AM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 03:01 AM (IST)
प्रत्याशियों की घोषणा में फिर ठिठकी कांग्रेस
प्रत्याशियों की घोषणा में फिर ठिठकी कांग्रेस

राज्य ब्यूरो, देहरादून

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राज्य में नगर निकायों की चुनावी जंग में ताल ठोकने को बेकरार कांग्रेस के प्रत्याशियों का इंतजार बढ़ गया है। उन्हें नामांकन के लिए महज दो दिन ही मिल पाएंगे। टिकट वितरण से होने वाले असंतोष को काबू करने की रणनीति का असर ये रहा कि प्रमुख प्रतिपक्षी पार्टी शनिवार को भी प्रत्याशियों की सूची जानी करने का साहस नहीं जुटा पाई। कांग्रेस की नजरें भाजपा प्रत्याशियों की सूची पर टिकी हैं। अब रविवार को प्रत्याशियों की घोषणा की जाएंगी।

प्रदेश में नगर निकाय चुनाव विपक्ष कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा, दोनों के लिए नाक का सवाल बन गया है। विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में पहली बार हो रहे ये चुनाव में दोनों ही दलों को जनता की कसौटी पर खुद को खरा साबित करने की चुनौती है। कांग्रेस विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से उबरकर निकायों में अपनी पैठ का अहसास कराने को एड़ी-चोटी एक किए हुए है। इस वजह से पार्टी चुनाव में अपने प्रदर्शन को दुरुस्त करने की तैयारी में जुटी है, साथ में भाजपा की रणनीति पर भी नजरें रखी जा रही हैं। कांग्रेस की रणनीति ये भी है कि टिकट वितरण को लेकर भाजपा के भीतर असंतोष को भुनाने की हर मुमकिन कोशिश की जाए। साथ ही टिकट बांटने से कांग्रेस के भीतर उपजने वाले असंतोष को थामने के लिए भी देरी की बड़ी वजह माना जा रहा है। यह बात अलग है कि पार्टी ने प्रत्याशियों की घोषणा में देरी के पीछे दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के रविवार को हल्द्वानी में होने वाले अंतिम संस्कार का हवाला दिया। बीते रोज भी पार्टी ने यही तर्क देकर प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की थी। पार्टी की इसी रणनीति ने शनिवार को नगर निकाय प्रत्याशियों की घोषणा में ब्रेक लगा दिए हैं। साथ ही प्रत्याशियों की घोषणा के मामले में भाजपा पर मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने के मौके को भी पार्टी ने भुना नहीं पाई।

हालांकि पार्टी 84 नगर निकायों में से 78 में महापौर व अध्यक्ष पद के दावेदारों की सूची तैयारी कर चुकी है। आधा दर्जन सीटों पर दावेदारों के बीच सहमति नहीं बनने का पेच फंसा है। उधर, कांग्रेस ने प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप देने के बाद जिलाध्यक्षों को जिलों में पार्टी सिंबल देने के लिए अधिकृत कर दिया। बीती शुक्रवार रात्रि दूरदराज जिलों के अधिकतर जिलाध्यक्षों को सिंबल वितरित किए गए थे। शनिवार को भी कुछ जिलाध्यक्षों को सिंबल दिए गए। अल्मोड़ा जिले को सिंबल नहीं दिया गया है। यह सिंबल प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह खुद लेकर शुक्रवार रात्रि हल्द्वानी रवाना हो गए हैं। वह हल्द्वानी में पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।


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