सीएए से पीड़ितों के घावों पर लग रही मरहम: त्रिवेंद्र
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करते हुए इसे अहम कदम बताया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करते हुए इसे अहम कदम बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक वर्ग विशेष इसका विरोध कर रहा है, वह उचित नहीं है। भारत की परंपरा शरणागतों को शरण देने की रही है। इसी परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है।
सीएए पर लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएए ने वर्षो से अनाचार व अत्याचार से पीड़ित लोगों के घावों पर मरहम लगाने का काम है। जिस तरह से इस मामले में एक वर्ग विशेष रुचि ले रहा है वह ठीक नहीं है। पड़ोसी देशों में जो पीड़ित हो रहे हैं वे मुस्लिम नहीं बल्कि हिदू, पारसी, सिख व बौद्ध हैं। उन्हें परेशान किया जा रहा है। सरकार उनके घावों पर मरहम लगाने का काम कर रही है। भारत में शरणागत को शरण व सुरक्षा देने की परंपरा रही है। उसी का निर्वहन किया जा रहा है। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार पहले से ही सीएए के विरोध पर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है। मुख्यमंत्री पहले भी कह चुके हैं कि बाहर से आने वाले चुनिंदा लोग प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में अराजक तत्वों का कोई स्थान नहीं है। जरूरत पड़ने पर ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हल्द्वानी में सीएए के खिलाफ चल रहे आंदोलन का समापन राष्ट्रगान के साथ करने का मुख्यमंत्री ने स्वागत भी किया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश सरकार की मंशा शांति व भाईचारा बनाए रखने की है।