छात्रा का हाल जानने एम्स पहुंचे मुख्यमंत्री
पौड़ी में सिरफिरे व्यक्ति के कारण एम्स में ¨जदगी और मौत से जूझ
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: पौड़ी में सिरफिरे व्यक्ति के कारण एम्स में ¨जदगी और मौत से जूझ रही बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा का हाल जानने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना शर्मसार करने वाली है। छात्रा को सरकार बेहतर उपचार देगी, जिसके लिए उसे यहां से सफदरगंज हॉस्पिटल दिल्ली भेजा जा रहा है। सरकार इसके लिए एयर एंबुलेंस की व्यवस्था करेगी।
पौड़ी के कपोलस्यूं क्षेत्र में रविवार को प्रयोगात्मक परीक्षा देकर लौट रही बीएससी द्वितीय वर्ष की एक छात्रा पर सिरफिरे व्यक्ति मनोज ¨सह ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। छात्रा को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से एम्स ऋषिकेश भेजा गया था। मंगलवार की शाम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत, पेयजल मंत्री प्रकाश पंत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ एम्स ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने छात्रा का हाल जाना और एम्स के निर्देशक प्रोफेसर रविकांत और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ब्रह्म प्रकाश सहित विशेषज्ञों से विस्तार से चर्चा की। इस दौरान वहां मौजूद छात्रा की मां मुख्यमंत्री से मिलकर फूट-फूट कर रो पड़ी, मुख्यमंत्री ने उन्हें दिलासा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना वाकई में शर्मसार करने वाली है। सरकार छात्रा और उसके परिवार के साथ खड़ी है। इस तरह के जले हुए केस का सफदरगंज हॉस्पिटल दिल्ली में बेहतर उपचार होता है। छात्रा को वहां रेफर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में अपने सचिव को निर्देश दे दिए हैं। सरकार की ओर से एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है। मंगलवार की शाम तक या बुधवार की सुबह तक एयर एंबुलेंस के जरिये छात्रा को सफदरजंग हॉस्पिटल दिल्ली रेफर कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। संविधान में इसके लिए जो भी सजा का प्रावधान किया गया है, आरोपित को सजा जरूर मिलेगी। इस मौके पर नगर निगम ऋषिकेश की महापौर अनीता ममगाईं, उपजिलाधिकारी व नगर आयुक्त प्रेमलाल भी मौजूद रहे। इससे पूर्व मंगलवार की सुबह विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी एम्स पहुंचकर चिकित्सकों से छात्रा का हाल जाना और परिजनों से मुलाकात की। विधानसभा अध्यक्ष ने एम्स प्रशासन को निर्देशित किया कि बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा छात्रा को उपलब्ध कराई जाए।