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Rishikesh Karnprayag Rail Project: उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगा कर्णप्रयाग ऋषिकेश रेलवे परियोजना का प्रथम रेलवे स्टेशन : मुख्यमंत्री

Rishikesh Karnprayag Rail Project ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के प्रथम रेलवे स्टेशन योग नगरी रेलवे स्टेशन का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अचानक निरीक्षण किया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 11:08 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 11:16 AM (IST)
Rishikesh Karnprayag Rail Project: उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगा कर्णप्रयाग ऋषिकेश रेलवे परियोजना का प्रथम रेलवे स्टेशन : मुख्यमंत्री

ऋषिकेश, जेएनएन। Rishikesh Karnprayag Rail Project  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चारधाम रेल सर्किट परियोजना से प्रदेश की तस्वीर बदलने वाली है। इस परियोजना के तैयार होने के बाद दुनिया अलग अनुभव के साथ उत्तराखंड की खूबसूरती देखगी। उन्होंने ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना की प्रगति पर संतोष जताया। 

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मुख्यमंत्री रावत गुरुवार को अचानक ऋषिकेश में निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के पहले स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश का निरीक्षण किया। परियोजना के पहले स्टेशन को निर्धारित समय से पूर्व तैयार करने के लिए उन्होंने रेल विकास निगम के अधिकारियों को बधाई दी। इस दौरान रेल विकास निगम के परियोजना निदेशक हिमांशु बडोनी व परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुड़ी ने मुख्यमंत्री को परियोजना की प्रगति से संबंधित जानकारियां दी। मुख्यमंत्री ने स्टेशन परिसर में सागवान का पौधा भी रोपा। 

मुख्यमंत्री ने इसके पश्चात नमामि गंगे परियोजना के तहत चंद्रेश्वर नगर में निर्माणाधीन 7.5 एमएलडी के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का भी निरीक्षण किया। पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम रेल सर्किट और नमामि गंगे परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। यह दोनों प्रोजेक्ट उनकी दूरदृष्टि और कार्यकौशल का भी परिचय हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम रेल सर्किट के तहत ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। 

इस परियोजना का पहला स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश तैयार हो चुका है, जो बेहद खूबसूरत और दर्शनीय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जल्द ही यहां से लंबी दूरी की रेल सेवाएं भी शुरू करने की योजना है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के बाद डोईवाला से गंगोत्री व यमुनोत्री को रेल सर्किट से जोडऩे के लिए भी योजना का सर्वे और डीपीआर की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। आने वाले समय में यह परियोजना उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता के लिए नमामि गंगे परियोजना का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। तमाम दूषित नाले अब शोधित होने के बाद गंगा में जा रहे हैं। 

प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि का ही परिणाम है कि कानपुर का सबसे दूषित नाला अब सेल्फी प्वाइंट बन गया है। राज्य में भी परियोजना के सभी कार्य अंतिम दौर में हैं। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, महापौर अनीता ममगाईं, जीएमवीएन के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंघल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल, भाजपा के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, संजय शास्त्री, अपर सचिव पेयजल व कार्यक्रम निदेशक नमामि गंगे उदय राज सिंह, संचार विशेषज्ञ पूरण कपाड़ी, आरएफडी विशेषज्ञ पीयुष कुमार सिंह आदि उपस्थित थे

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