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उत्‍तराखंड के निजी अस्पतालों में 70 फीसद बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित

प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार ने सभी निजी अस्पतालों में 70 फीसद बेड अब कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने को कहा है। यह भी कहा गया है कि आक्सीजन अथवा वेंटीलेटर की आवश्यकता पड़ने पर प्रदेश सरकार को अवगत कराया जाए।

By Sumit KumarEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 07:10 AM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 07:10 AM (IST)
उत्‍तराखंड के निजी अस्पतालों में 70 फीसद बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की एम्स, ऋषिकेश, स्वामीराम हिमालयन विवि व श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल के प्रबंधकों के साथ बैठक हुई।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार ने सभी निजी अस्पतालों में 70 फीसद बेड अब कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने को कहा है। यह भी कहा गया है कि आक्सीजन अथवा वेंटीलेटर की आवश्यकता पड़ने पर प्रदेश सरकार को अवगत कराया जाए। सरकार इन्हें उपलब्ध कराने के लिए भरसक प्रयास करेगी। एक्सपर्ट कमेटी द्वारा तैयार क्लीनिकल प्रोटोकाल सभी अस्पतालों के लिए जारी किया गया है। इसका पालन करना बाध्यकारी है। इसके साथ ही निजी अस्पतालोें को बेड की उपलब्धता के संबंध में रियल टाइम अपडेट के लिए पोर्टल पर जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है।

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गुरुवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की एम्स, ऋषिकेश, स्वामीराम हिमालयन विवि व श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल के प्रबंधकों एवं विशेषज्ञों के साथ बैठक हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लङाई में जीतने के लिए सभी के प्रयासों की जरूरत है। सरकारी और निजी, सभी के उपलब्ध संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग जरूरी है। इस प्रकार प्रबंधन किया जाए कि कोविड संक्रमितों के उपचार के दौरान चिकित्सा कर्मियों के खुद संक्रमित होने पर भी व्यवस्था में व्यवधान न आए। ओपीडी के लिए ई-संजीवनी पोर्टल का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पोर्ट्स स्टेडियम, रायपुर में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटर में एमबीबीएस और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों की सेवाएं ली जाएं। उन्हाेंने जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिए कि निजी अस्पतालों में सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। सचिव अमित नेगी ने कहा कि निजी अस्पतालों द्वारा सरकार से पूरा सहयोग किया जा रहा है। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डा. पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि एम्स में आक्सीजन के 80 बेड बढ़ाए जा रहे हैं। वेंटिलेटर बढ़ाने को कहा गया है। कहा गया है कि यदि फंड की जरूरत है तो सरकार मदद करेगी। आइसीयू बढ़ाने का भी अनुरोध किया गया है। हिमालयन अस्पताल, जौलीग्रांट में 150 बेड बढ़ाए जा रही है। अाक्सीजन की कमी को देखते हुए राज्य सरकार इसके लिए आक्सीजन कंसनट्रेटर और आक्सीजन सिलेंडर देगी। महाराणा प्रताप स्टेडियम में एक हजार आक्सीजन बेड बढ़ाए जा रहे हैं। इससे देहरादून में आक्सीजन बेड की क्षमता बढ़ जाएगी। इसके अलावा बड़े अस्पतालों से होटल किराए पर लेकर हल्के लक्षण वाले मरीजों को रखने की अपेक्षा की गई है।

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यह व्यवस्था शुरू हो रही है। इसके अलावा ऋषिकेश में नटराज चौक के पास भारतभूमि होटल एम्स को दिया जा रहा है। हरिद्वार में कुंभ के लिए बनाए गए बेस अस्पताल को एम्स को चलाने को कहा है। कोरोनोशन अस्पताल में 30 आक्सीजन बेड से कोरोना के उपचार की व्यवस्था शुरू की जा रही है। कैंट बोर्ड के 150 बेड के चिकित्सालय को आरक्षित कर दिया गया है। बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सचिव शैलेश बगोली, डीएम देहरादून आशीष श्रीवास्तव समेत निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

345 डाक्टरों की तैैनाती

राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्वास्थ्य विभाग को गुरुवार को 345 नए डाक्टर मिल गए हैं। जल्द ही इन्हें अस्पतालों में तैनाती दी जाएगी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोविड के बीच इन डाक्टरों के मिलने से राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं और भी सुदृढ़ होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार विस्तार प्रदान किया जा रहा है।

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