कक्षा नौ से 12 तक की बालिकाओं का होगा हीमोग्लोबिन टेस्ट
प्रदेश में बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए हीमोग्लोबिन टेस्ट कराया जाएगा ताकि बालिकाओं को एनिमिया के संबंध में जागरूक किया जा सके।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए हीमोग्लोबिन टेस्ट कराया जाएगा ताकि बालिकाओं को एनिमिया के संबंध में जागरूक किया जा सके। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पोषण अभियान के तहत कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को कुपोषण मुक्ति के लिए गोद लेने के अभियान के दौरान यह घोषणा की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य व अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी समेत अन्य अधिकारियों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से पहले ही दिन 350 कुपोषित बच्चों को गोद लेकर छह माह तक उनके स्वास्थ्य के रखरखाव कर कुपोषण से उबारने का जिम्मा लिया गया। इन सभी को बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित पूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई ताकि वे बच्चे के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें।
मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हॉल में अभियान की शुरुआत की गई।20 बच्चों को कार्यक्रम स्थल पर ही गोद लिया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसी भी समस्या का हल समाज की भागीदारी से हो सकता है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि हम किसी लक्ष्य को प्राप्त करने का मन बना लेते हैं तो वह जरूर पूरा होता है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि कुपोषण से लड़ना है तो इसकी शुरुआत गर्भवती महिला से करने की जरूरत है। कार्यक्रम के विषय में सचिव सौजन्या ने कहा प्रदेश में 1584 अतिकुपोषित और तकरीबन 14500 कुपोषित बच्चे हैं। इन्हें कुपोषण से उबारने के लिए अब यह अभियान जिला स्तर से लेकर ब्लाक स्तर तक चलाया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कुपोषण दूर करने की शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम में विधायक गणेश जोशी, मेयर सुनील उनियाल गामा, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी आदि मौजूद थे। मुख्यमंत्री समेत अधिकारियों ने इन बच्चों को लिया गोद
स्वास्थ्य अभिभावक - बच्चा
-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह - योगिता पुत्री रेखा
-विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल - मनीषा पुत्री गुड़िया
-राज्यमंत्री रेखा आर्य- निहारिका पुत्री सीमा
-मेयर सुनील उनियाल गामा- निहारिका पुत्री प्रियंका
-विधायक गणेश जोशी- भूमिका पुत्री श्वेता
-एसीएस राधा रतूड़ी- नैंसी पुत्री अतर सिंह
-प्रमुख सचिव मनीषा पंवार- विनायक पुत्र शीतल
-प्रमुख सचिव आनंदवर्द्धन- आयुष पुत्र राजेश्वरी
-सचिव डॉ. भूपिंदर कौर - आन्या पुत्री नीता
-सचिव आरके सुधांशु - अरहम पुत्र फरजाना
-सचिव नितेश कुमार झा - नैना पुत्री उर्मिला
-सचिव शैलेश बगोली - उमर पुत्र सलमा
-सचिव सौजन्या - अभिषेक पुत्र शालू
-सचिव हरबंश सिंह चुघ - राज पुत्र शीला
-सचिव अरविंद सिंह ह्यांकि - हमजा पुत्र गुलशाना
-सचिव पंकज पांडेय - शुभान पुत्र गुलनाज
-सचिव भूपाल सिंह मनराल - प्रियांशु पुत्र गीता
-सचिव बीके संत - शौर्य पुत्र दीपा
-एचसी सेमवाल- दिव्यांशी पुत्री दुर्गा समाजसेवी राकेश ओबराय ने 100 कुपोषित बच्चो को लिया गोद
कार्यक्रम में समाजसेवी व उद्योगपति राकेश ओबराय ने 100 कुपोषित बच्चों को गोद लेने का ऐलान किया। वहीं, विधायक गणेश जोशी ने अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी कुपोषित बच्चों को गोद लेने की बात कही। योगिता की मां को उम्मीद, अब ठीक हो जाएगी बच्ची
मुख्यमंत्री द्वारा गोद ली गई योगिता माता मंदिर रोड, धर्मपुर में रहती है। योगिता की मां रेखा ने बताया कि उनकी बेटी ढाई साल की है। रेखा ने रुंधे गले से बताया कि उसकी बेटी बार-बार बीमार पड़ जाती है। उसे उम्मीद है कि अब उसकी बेटी पूरी तरह ठीक हो जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ने गलती सुधारने की नसीहत
कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विभाग की एक गलती की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि जगह-जगह बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे लिखे बोर्ड लगे हैं। इनके नीचे बाल विकास लिखा हुआ है। इससे यह स्पष्ट नहीं होता कि यह मंत्रालय है अथवा विभाग। इसका उल्लेख जरूर किया जाना चाहिए।