खुफिया तंत्र के रडार पर रहेंगे चीनी नागरिक
देहरादून: दून आने के बाद चीनी नागरिक अब हर वक्त खुफिया तंत्र के रडार पर रहेंगे। सेलाकुई क्षेत्र में चीनी नागरिकों के पकड़े जाने के बाद यह निर्णय लिया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून:
दून आने के बाद चीनी नागरिक अब हर वक्त खुफिया तंत्र के रडार पर रहेंगे। वजह यह कि चीनी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर आकर यहां व्यवसायिक गतिविधियां कर रहे हैं। इसके साथ ही नियमों की धज्जियां उड़ाकर विदेशी नागरिकों को नौकरी देने वाली कंपनियों से भी पुलिस अब सख्ती से पेश आएगी।
दरअसल, देहरादून के सेलाकुई समेत अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में कई ऐसी कंपनियां हैं, जहां विदेशी लोग भी नौकरी करते हैं। इसमें से कई वैध वीजा पर आते हैं और निर्धारित समय तक रहकर वापस चले जाते हैं। मगर हाल के दिनों में सामने आया है कि कंपनियां विदेशियों खासकर चीन से लोगों को टूरिस्ट वीजा पर बुलाकर उन्हें नौकरी पर रख रही हैं। दिसंबर से लेकर अब तक देहरादून में पांच चीनी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर रहते पकड़े जा चुके हैं। इन सभी पर कोई कानूनी कार्रवाई तो नहीं की गई, लेकिन इन सभी को लीव इंडिया का नोटिस थमाते हुए चीन भेज दिया गया। चेतावनी भी दी गई कि वह दोबारा भारत नहीं आएंगे। दो दिन पूर्व फिर से चीनी नागरिक के पकड़े जाने के बाद यह आशंका बलवती हो उठी है कि टूरिस्ट वीजा पर चीनी नागरिकों का आना अभी जारी है। ऐसे में एसएसपी ने खुफिया तंत्र को विदेश खासकर चीन से आने वाले सभी नागरिकों की निगरानी करने को कहा गया है कि उनके दून पहुंचने पर उनका उद्देश्य जाना जा सके और उनके प्रपत्रों की जांच की जा सके।
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राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा
उत्तराखंड हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रहा है। आतंकियों के यहां शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला पाने से लेकर रिहायशी इलाकों में रहकर राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों की रेकी करने तक के मामले पूर्व के वर्षो में सामने आ चुके हैं। विदेशियों को देनी होती है सूचना
विदेशियों को भारत आने पर 180 दिन से अधिक समय तक ठहरने की स्थिति में जनपद की स्थानीय अभिसूचना इकाई को सूचना देनी होती है। मगर इससे कम अवधि के प्रवास की जानकारी देना जरूरी नहीं है। यही वजह है कि टूरिस्ट वीजा पर आने वाले विदेशियों का पुलिस के पास कोई डाटा नहीं होता।
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चीनी नागरिकों के टूरिस्ट वीजा पर नौकरी करने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। सभी थानों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने इलाके में सत्यापन अभियान चलाकर ऐसे लोगों को चिह्नित करें। कंपनी को नोटिस दे दिया गया है। उसका जवाब आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
-निवेदिता कुकरेती, एसएसपी