Move to Jagran APP

मुख्य सचिव ने सपरिवार लाखामंडल शिवमंदिर में टेका मत्था

संवाद सूत्र, त्यूणी: उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने शनिवार को सपरिवार पांडव कालीन

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 07:07 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 07:07 PM (IST)
मुख्य सचिव ने सपरिवार लाखामंडल शिवमंदिर में टेका मत्था
मुख्य सचिव ने सपरिवार लाखामंडल शिवमंदिर में टेका मत्था

संवाद सूत्र, त्यूणी: उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने शनिवार को सपरिवार पांडव कालीन महत्व के प्राचीन शिव मंदिर लाखामंडल में मत्था टेका। जौनसार-बावर के दौरे पर आए मुख्य सचिव ने शिव ज्योर्ति¨लग का जलाभिषेक किया और मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना कर भोले बाबा का आशीर्वाद लिया। ग्रामीणों ने सीएस को क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं से अवगत कराया। एएसआइ की तमाम पाबंदी से परेशान लोगों ने लाखामंडल मंदिर क्षेत्र से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का हस्तक्षेप समाप्त करने की मांग की।

loksabha election banner

जौनसार-बावर के दौरे पर आए मुख्य सचिव उत्पल कुमार शनिवार को सपरिवार देव दर्शन को पांडव कालीन महत्व के प्राचीन शिव मंदिर लाखामंडल पहुंचे। मुख्य सचिव ने लाखामंडल मंदिर में करीब बीस मिनट तक विशेष पूजा की और शिव ज्योर्ति¨लग का जलाभिषेक किया। मुख्य सचिव ने लाखामंडल मंदिर के पास वर्षो पहले खुदाई कर मिली प्राचीन महत्व की देव मूर्तियां व लघु शिव¨लग की श्रंखला देख मंदिर की महत्ता के बारे में ग्रामीणों से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने शिव मंदिर के पास सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग व कलयुग चार युगों के प्रतीक चिह्न कहे जाने वाले शिव¨लग और सेरा स्थित प्राचीन गुफा के दर्शन किए। लाखामंडल के पूर्व क्षेत्रपंचायत सदस्य सुशील गौड़ व स्थानीय लोगों ने मुख्य सचिव के सामने क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं रखीं। लोगों ने लाखामंडल से सटे धौरा-पुडिया पंचायत के दुर्गा माता मंदिर व मानथात स्थित केदार बाबा के प्राचीन मंदिर को पर्यटन विकास के रुप में विकसित करने की मांग की। पूर्व क्षेत्रपंचायत सदस्य सुशील गौड़ व मंदिर के पुजारी नरेश बहुगुणा ने मुख्य सचिव से लाखामंडल मंदिर को जोड़ने वाले बर्नीगाड़-लाखामंडल-गोराघाटी मार्ग की दशा सुधारने की मांग की। लोगों ने मुख्य सचिव से लाखामंडल मंदिर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआइ) से मुक्त कराने की मांग की। इसके कारण तमाम पाबंदी के चलते यहां पीढि़यों से बसे जनजाति समाज के लोगों के हक-हकूक प्रभावित हो रहे हैं। लोग दशकों पुराने जर्जर हो चुके पुश्तैनी भवन को नहीं बना पा रहे हैं। एएसआइ की रोक-टोक से लाखामंडल मंदिर क्षेत्र में पर्यटन विकास कार्य को गति नहीं मिल पा रही है। जबकि सरकार ने तीर्थाटन विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य के तेरह टूरिस्ट डेस्टीनेशन में लाखामंडल मंदिर को शामिल किया है। वहीं, मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने ग्रामीणों को मामले में जल्द सकारात्मक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। मुख्य सचिव को मंदिर समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं पूर्व क्षेत्रपंचायत सदस्य सुशील गौड़ ने स्मृति चिह्न के रूप में शिव मंदिर की फोटो भेंट की। इस मौके पर एसडीएम चकराता बृजेश कुमार तिवारी, तहसीलदार कुंवर ¨सह नेगी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी केएस रावत, पुजारी नरेश बहुगुणा, राजस्व उपनिरीक्षक मोतीलाल जिनाटा आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.