Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- पंजाब सरकार की मिलीभगत से हुई पीएम की सुरक्षा में चूक

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में एक स्टिंग आपरेशन सामने आने पर उत्तराखंड में भी भाजपा ने कांग्रेस के विरुद्ध हमलावर तेवर अपनाए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक पंजाब की कांग्रेस सरकार की मिलीभगत का परिणाम थी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 13 Jan 2022 08:58 AM (IST)Updated: Thu, 13 Jan 2022 08:58 AM (IST)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- पंजाब सरकार की मिलीभगत से हुई पीएम की सुरक्षा में चूक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पंजाब सरकार की मिलीभगत से हुई पीएम की सुरक्षा में चूक।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में एक स्टिंग आपरेशन सामने आने पर उत्तराखंड में भी भाजपा ने कांग्रेस के विरुद्ध हमलावर तेवर अपनाए हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक पंजाब की कांग्रेस सरकार की लापरवाही नहीं, बल्कि मिलीभगत का परिणाम थी। जिस तरह की बातें सामने आई हैं, वे इशारा करती हैं कि यह घटना संयोग नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को हरिद्वार रोड स्थित भाजपा के मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्टिंग आपरेशन में जो राज खुले हैं, वे गंभीर सवाल खड़े करते हैं। यह घटना अचानक नहीं हुई, बल्कि षडयंत्र के तहत पहले से तय थी। यह भी कहा जा सकता है कि ये अनायास नहीं, बल्कि प्रायोजित था। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस के एसएचओ और सीआइडी के डीएसपी को प्रधानमंत्री के रूट में रुकावट की जानकारी थी और इस बारे में पंजाब सरकार को रिपोर्ट दी थी। इस पर वहां की सरकार चुपचाप बैठी रही। यही नहीं, सीआइडी के डीएसपी ने प्रधानमंत्री की रैली से पहले पल-पल की स्थिति अधिकारियों को बताई थी। साथ ही खतरे के बारे में चेताया था, लेकिन पंजाब पुलिस को कुछ भी न करने के निर्देश दिए गए थे। वह भी तब, जबकि खुफिया विभाग ने प्रधानमंत्री की रैली में गड़बड़ी का अंदेशा जताया था। साथ ही वहां खालिस्तानी गुट भी सक्रिय था। इस सबके बावजूद कांग्रेस सरकार के इशारे पर आला अधिकारियों ने घटना को अनदेखा कर कोई कार्रवाई नहीं की।

धामी के अनुसार जो बातें निकलकर आई हैं वे साफ करती हैं कि सुरक्षा चूक में पंजाब सरकार की लापरवाही नहीं, बल्कि मिलीभगत थी। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पंजाब कांग्रेस के प्रभारी रहे हरीश रावत के बयानों से यह साबित भी होता है। इस प्रकरण से पंजाब की कांग्रेस सरकार की पोल खुलकर सामने आ गई है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को इसका जवाब देना होगा। कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि मोदी से घृणा करते-करते कांग्रेस देश, प्रधानमंत्री पद, संविधान, सेना व सुरक्षा और राष्ट्रहित से घृणा करने लगी है। केवल एक व्यक्ति से नफरत करते-करते यह कांग्रेस की आदत बन चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में खिलवाड़ और साजिश के तार राजनीतिक रूप से सीधे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से जाकर जुड़ते हैं।

यह भी पढ़ें:- Uttarakhand Election 2022: कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश को किया उत्तराखंड चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.