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Chaitra Navratra 2021: नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी से की सुख-समृद्धि की कामना

Chaitra Navratra 2021 चैत्र नवरात्र के उत्साह में द्रोणनगरी डूबी है। नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिरों में विशेष पूजा के साथ ही घरों में कीर्तन हुए। श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर मां का आशीर्वाद लिया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 08:23 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 10:20 PM (IST)
Chaitra Navratra 2021: नवरात्र के दूसरे दिन  मां ब्रह्मचारिणी से की सुख-समृद्धि की कामना
मंदिरों में विशेष पूजा के साथ ही घरों में कीर्तन हुए।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Chaitra Navratra 2021  चैत्र नवरात्र के उत्साह में द्रोणनगरी डूबी है। नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिरों में विशेष पूजा के साथ ही घरों में कीर्तन हुए। श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर मां का आशीर्वाद लिया। भक्तों ने मां से कोरोना के खात्मे की कामना की।

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बुधवार सुबह से ही दून के मंदिरों में मां ब्रह्मचारिणी के पूजन शुरू हो गया था। प्राचीन टपकेश्वर महादेव मंदिर, पृथ्वीनाथ मंदिर, कैनाल रोड स्थित प्राचीन शिव मंदिर, डाटकाली मंदिर, माता स्वर्गापुरी मंदिर निरंजनपुर, दुर्गा मंदिर सर्वे चौक, श्याम सुंदर मंदिर पटेलनगर, कालिका माता मंदिर अंसारी मार्ग, सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर, वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर समेत शहर के मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा। हालांकि, कोरोना से सुरक्षा को देखते हुए मंदिर समितियों की ओर से एक बार में सीमित श्रद्धालुओं को ही प्रवेश देने व्यवस्था बनाई गई थी। पंडित शिव प्रसाद ने कहा कि मां ब्रह्मचारिणी ब्रह्म शक्ति यानि कि तप की शक्ति का प्रतीक है। इनकी आराधना से भक्तों की तप करने की शक्ति बढ़ती है। इस देवी की कथा का सार है कि जीवन के कठिन संघर्षों में भी मन विचलित नहीं होना चाहिए।

मां चंद्रघंटा का पूजन आज 

चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन आज मां के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की पूजा होगी। ज्योतिषाचार्य आचार्य डॉ. सुशांत राज के अनुसार मां का यह स्वरूप बेहद ही सुंदर और अलौकिक है। चंद्र के समान सुंदर मां के इस रूप से दिव्य सुगंधियों और दिव्य ध्वनियों का आभास होता है। मां के मस्तक में घंटे का आकार का अद्र्धचंद्र है, इसलिए इन्हेंं चंद्रघंटा देवी कहा जाता है।

ब्राह्मणों ने किया मां दुर्गा का पाठ

मां कालिका मंदिर में चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन 27 ब्राह्मणों ने मां दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। सुबह मां ब्रह्मचारिणी के अभिषेक और भव्य शृंगार के बाद मंदिर के पुजारी चंद्र प्रकाश ममगाईं ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर विश्व शांति की कामना की। मंदिर समिति के मंत्री अशोक लांबा ने कहा कि रामनवमी तक 27 ब्राह्मणों की ओर से दुर्गा सप्तशती का पाठ सुबह और शाम किया जाएगा। जबकि सिंदुरिया हनुमान मंदिर में रामचरित मानस का पाठ भी किया जा रहा है। इस अवसर पर समिति के ट्रस्टी रमेश साहनी, दयाल धवन, जय किशन कक्कर, नरेश मैनी, उमेश मिनोचा, विजय अरोरा, सतीश मेहता, शैंकी डोरा, उमेश मारवाह आदि मौजूद रहे।

सनातन मंदिर में रामायण पाठ

देहरादून : चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन श्री सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर में मां ब्रह्मचारिणी की विशेष पूजा कर सुख समृद्धि की कामना की गई। मंदिर के पुजारी कृष्ण प्रसाद ने नव रामायण का पाठ किया। शाम को आरती में महिला मंडली ने भजनों की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय कर दिया। इस मौके पर मंदिर समिति के प्रधान सुभाष माकिन, अवतार किशन कौल, रवि भाटिया, नरेंद्र खत्री, हेमेंद्र भाटिया, कांता चावला, संगीता भाटिया, अनीता मल्होत्रा, मनोज बहल, मोहित ग्रोवर आदि मौजूद रहे।

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