सीबीआइ ने खनन कारोबारियों के ठिकानों पर की छापेमारी, कई दस्तावेज लिए कब्जे में
सीबीआइ ने दून स्थित खनन कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआइ ने इन कारोबारियों के ठिकानों से खनन से जुड़े कई दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं।
देहरादून, जेएनएन। सहारनपुर में हुए खनन घोटाले में दिल्ली सीबीआइ ने दून स्थित खनन कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआइ ने इन कारोबारियों के ठिकानों से खनन से जुड़े कई दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। सीबीआइ की टीम ने इन कारोबारियों के परिजनों से भी पूछताछ की। शाम करीब चार बजे तक चली कार्रवाई के बाद सीबीआइ की टीम दिल्ली लौट गई।
सहारनपुर में मई 2012 से अक्टूबर 2015 के बीच करीब 13 रेत और खनन के पट्टों की लीज नियम विरुद्ध की गई। इसमें तत्कालीन दो जिलाधिकारी समेत 12 लोगों की संलिप्तता सामने आई है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में घोटालेबाजों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसी आधार पर सीबीआइ ने सोमवार को दिल्ली में मुकदमा दर्ज कर मंगलवार को सहारनपुर निवासी और दून में कोठी बनाकर रह रहे खनन कारोबारियों के घर छापेमारी की। सीबीआइ की टीम यहां सुबह आठ बजे मोहित नगर और आशीर्वाद एन्क्लेव पहुंची।
जहां मोहित नगर निवासी कारोबारी अमित जैन, पुनीत जैन, मुकेश जैन की कोठी तथा आशीर्वाद एन्क्लेव में विकास अग्रवाल की कोठी के एक-एक कमरे की तलाशी ली गई। यहां सीबीआइ को खनन और संपत्ति से जुड़े दस्तावेज हाथ लगे। सभी दस्तावेजों को सीबीआइ ने जब्त कर लिया है। सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि जैन परिवार मूल रूप से महावीर कॉलोनी, चिलकाना रोड का रहने वाला हैं। जबकि विकास अग्रवाल के परिजनों ने आशीर्वाद एन्क्लेव में आलीशान कोठी बनाई है। सीबीआइ की कार्रवाई डिप्टी एसपी केपी शर्मा के नेतृत्व में चली। इसमें दून सीबीआइ से इंस्पेक्टर शैलेंद्र मुयाल, सुनील शर्मा, सुनील लखेड़ा और नवनीत मिश्रा शामिल रहे।
दून में चल रहे कारोबार की भी जुटाई जानकारी
छापेमारी के दौरान सीबीआइ टीम ने खनन से जुड़े दोनों परिवार के दून में चल रहे कारोबार की जानकारी भी जुटाई। सीबीआइ ने परिवार के सदस्यों के नाम दर्ज संपत्ति, बैंक खाते, बैंक लॉकर से लेकर वाहन, घर और दूसरी संपत्ति की भी जानकारी जुटाई। बताया गया कि दोनों परिवार के दून में भी कई कारोबार में हिस्सेदारी है। सीबीआइ ने इस संबंध में भी परिवार के साथ दूसरे माध्यम से जानकारी जुटाई है।