सीबीआइ भगोड़ों के खिलाफ चलाएगी सर्च ऑपरेशन
बैंक लोन फर्जीवाड़ा, साइबर एवं हत्या जैसे संगीन अपराधों में शामिल भगोड़े वांछितों को पकड़ने के लिए सीबीआइ सर्च ऑपरेशन चलाएगी।
जागरण संवाददाता, देहरादून: बैंक लोन फर्जीवाड़ा, साइबर एवं हत्या जैसे संगीन अपराधों में शामिल 14 भगोड़ों के खिलाफ सीबीआइ सर्च ऑपरेशन चलाएगी। इसके लिए अपराधियों की हिस्ट्री खंगालने के साथ ही उनके संभावित ठिकानों की जानकारी जुटाई जा रही है। उनके करीबियों पर भी सीबीआइ नजर रखे हुए है। ताकि भगोड़ों की गिरफ्तारी में मदद मिल सके।
सीबीआइ की दून शाखा में करीब 80 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई मुकदमों में विवेचनाएं गतिमान और कुछ में चार्जशीट लगाने की तैयारी चल रही है। मगर, 14 मुकदमे ऐसे हैं, जिसमें आरोपित चार्जशीट लगाने के बाद फरार चल रहे हैं। इनके खिलाफ कोर्ट ने जमानती, गैर जमानती वारंट जारी करने के बाद घर और संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई की। इसके बावजूद आरोपित सामने नहीं आए। सीबीआइ की विशेष कोर्ट इन सभी को भगोड़ा घोषित कर चुकी हैं। इसके बाद भी आरोपित सामने न आने पर सीबीआइ इनके खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाएगी। सीबीआइ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सर्च ऑपरेशन इसी माह शुरू होगा। इसके लिए भगोड़े अपराधियों की कुंडली खंगाली जा रही है। ताकि उनके ठिकाने, परिजनों और करीबियों की जानकारी मिल सके। इसके बाद सीबीआइ अलग-अलग टीमें बनाकर इनके खिलाफ एक साथ देशभर में सर्च अभियान चलाएगी। ताकि ऐसे भगोड़े अपराधियों को सलाखों के भीतर डाला जा सके। सूत्रों के अनुसार दून सीबीआइ में बैंक लोन फर्जीवाड़ा, साइबर ठगी, हत्या और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में भगोड़े घोषित किए गए हैं। वेश बदल कर ठिकाने बदलते हैं शातिर
भगोड़े अपराधियों पर सीबीआइ की नजरें हर वक्त रहती हैं। उनकी हर चाल जानने के लिए सीबीआइ होमवर्क करती रहती है। मगर, भगोड़े अपराधी वेश बदलकर ठिकाने बदलते रहते हैं। इससे वह आसानी से पकड़ में नहीं आते, लेकिन अब सीबीआइ सर्विलांस और दूसरी आधुनिक तकनीकी के सहारे इन अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास करेगी।