निर्भया मामले को जोर-शोर से उठाने वाली समाज सेविका की मांग, डॉ. प्रणव पांड्या प्रकरण की हो सीबीआइ जांच
निर्भया मामले में मुख्य मूमिका निभाने वाली समाज सेविका योगिता भयाना ने हरिद्वार शांतिकुंज के डॉ. प्रणव पांड्या प्रकरण में सरकार पर आरोपितों को संरक्षण देने के आरोप लगाते हुए सीबीआइ जांच की मांग की है। प्रेस क्लब में उन्होंने पत्रकार वार्ता की।
देहरादून, जेएनएन। दिल्ली के निर्भया मामले को जोर-शोर से उठाने वाली समा जसेविका योगिता भयाना ने हरिद्वार शांतिकुंज के डॉ. प्रणव पांड्या प्रकरण में सरकार पर आरोपितों को संरक्षण देने के आरोप लगाते हुए सीबीआइ जांच की मांग की है।
प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की इस पीड़िता ने बीते पांच मई 2020 को दिल्ली के विवेक विहार थाने में गायत्री परिवार शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या और उनकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। केस हरिद्वार थाने को ट्रांसफर किया गया है। पीड़िता का आरोप है कि वर्ष 2010 के दौरान जब वह नाबालिग थी, उस दौरान शांतिकुंज में डॉ. पांड्या ने उसके साथ दुष्कर्म किया और इस बारे में बताने पर उनकी पत्नी ने मुंह बंद रखने की धमकी दी।
आरोप है कि कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया गया। वह शांतिकुंज प्रमुख की सेवा कार्य में जुटी रहने वाली टीम का हिस्सा थी। योगिता भयाना ने कहा कि पीड़िता ने हरिद्वार पहुंचकर न्यायालय में अपने बयान दर्ज कराए थे। पुलिस टीम ने भी युवती को शांतिकुंज ले जाकर मामले की पड़ताल भी की थी लेकिन उसके बाद भी पांडया को गिरफ्तार नहीं किया गया।
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योगिता का आरोप है कि इतने संगीन आरोपों के बाद भी पुलिस उसके रसूख के झुक गई और पांड्या को स्टे लाने की मोहलत मिल गई। योगिता ने कहा कि पीड़िता को न्याय मिलना तो दूर उसकी जान को भी खतरा हुआ है। पीड़िता को लगातार धमकियां मिल रही है, जिसकी रिकार्डिंग भी मौजूद हैं। इसलिए भारत सरकार से इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं। उन्होंने एक पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लिखा है।
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