सेना ही नहीं समाज में भी जनरल कौशिक का योगदान अविस्मरणीय
सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद लंबे समय तक शैक्षणिक व सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहे स्वर्गीय लेफ्टिनेंट जनरल ओपी कौशिक को याद किया गया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद लंबे समय तक शैक्षणिक व सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहे स्वर्गीय लेफ्टिनेंट जनरल ओपी कौशिक को याद किया गया।
गुरुवार को गढ़ी कैंट स्थित डीएसओआइ में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मसूरी विधायक गणेश जोशी समेत सेना के तमाम सेवारत व सेवानिवृत्त सैनिकों, गणमान्य लोगों व पारिवारिक सदस्यों ने जनरल कौशिक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं भजन गाकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। जनरल कौशिक के बचपन से लेकर सेना में लेफ्टिनेंट जनरल बनने फिर रिटायरमेंट के बाद विवि का कुलपति बनने व सामाजिक कार्यो में सक्रिय रहने के वृतांत को लघु फिल्म के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे लोगों ने विजिटर बुक पर भी जनरल कौशिक से जुड़ी यादों को शब्दों में पिरोया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भारतीय सेना के लिए जनरल कौशिक के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने शैक्षणिक व सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हुए समाज को नई दिशा की तरफ अग्रसर किया। अंतिम सांस लेने से कुछ दिन पहले तक भी वह सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहे। मसूरी विधायक गणेश जोशी जनरल कौशिक को याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जनरल कौशिक से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। वर्तमान में जिस मुकाम पर वह पहुंचे हैं, इसके पीछे जनरल कौशिक का बड़ा योगदान है। रिटायर लेफ्टिनेंट जनरल नानावती ने भी जनरल कौशिक से जुड़े संस्मरण साझा किये।
बता दें, बीमारी के चलते जनरल कौशिक का देहांत बीते माह दिल्ली के आरआर अस्पताल मे हो गया था। सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल एचबी काला, ले. जनरल रविन्द्र प्रकाश, ले. जनरल शक्ति गुरुंग, मेजर जनरल एसपीएस कंवर, ब्रिगेडियर केजी बहल, ब्रिगेडियर आकाश नानावती, सुबेदार मेजर तीरथ सिंह रावत समेत सेना के तमाम वरिष्ठ अधिकारी, जवान व पारिवारिक सदस्य भी श्रद्धांजलि सभा में मौजूद रहे।