गन्ना समर्थन मूल्य घोषित, दर में नहीं हुई बढ़ोतरी
लंबे इंतजार के बाद शासन ने गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है। यह पिछले साल के समान ही रखा गया है और इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
लंबे इंतजार के बाद शासन ने गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है। यह पिछले साल के समान ही रखा गया है और इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। गन्ने की अगेती प्रजाति के लिए 327 रुपये और सामान्य प्रजातियों का समर्थन मूल्य 317 रुपये प्रति कुंतल रखा गया है। हालांकि, यह उप्र के गन्ना समर्थन मूल्य से दो रुपये अधिक है।
समर्थन मूल्य घोषित न होने के कारण चीनी मिलों में बिना मूल्य की पर्ची पर किसानों से गन्ना लिया जा रहा था। ऐसे में गन्ना किसानों को उम्मीद थी कि इस मर्तबा सरकार समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। समर्थन मूल्य की दरें पिछले साल के समान ही रखी गई हैं। समर्थन मूल्य के संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके अनुसार मिल गेट पर अगेती प्रजाति के लिए 327 व सामान्य प्रजातियों के लिए 317 रुपये प्रति कुंतल की दर नियत की गई है।
आदेश के अनुसार चीनी मिलों के बाह्य क्रय केंद्रों से गन्ने का परिवहन मिल तक कराए जाने की मद में होने वाली कटौती बीते सत्र की भांति ही 11 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित होगी। गन्ना मूल्य राज्य की सहकारी, सरकारी व निजी क्षेत्र की समस्त चीनी मिलों द्वारा देय होगा। मौजूदा पेराई सत्र में इन्हीं दरों के अनुसार किसानों को चीनी मिलों से भुगतान किया जाएगा।