बीएसएनएल उपभोक्ता सिक्योरिटी मनी के लिए एक साल से काट रहे चक्कर
कनेक्शन बंद कराने के बावजूद बीएसएनएल उपभोक्ताओं को एक साल बाद भी सिक्योरिटी मनी का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
देहरादून, जेएनएन। बीएसएनएल उपभोक्ताओं को कनेक्शन बंद कराने के बावजूद एक साल बाद भी सिक्योरिटी मनी का भुगतान नहीं हो पा रहा है। रोजाना लोग उपभोक्ता केंद्र में पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें गोलमोल जवाब देकर लौटा दिया जाता है।
सुभाष रोड स्थित एक प्रतिष्ठान के स्वामी सुरेश सिंह ने कहा कि उन्होंने फरवरी 2018 में ब्रॉड बैंड कनेक्शन सरेंडर किया था। कनेक्शन की 1150 रुपये सिक्योरिटी मनी के लिए भी आवेदन किया था, लेकिन अभी तक रकम नहीं मिली। राजपुर रोड निवासी ममता ने कहा कि उन्हें भी छह महीने से सिक्योरिटी रिफंड नहीं हुई है।
वह चार बार कार्यालय आ चुकी हैं। जबकि, अधिकारियों ने कहा था कि सिक्योरिटी दो से तीन माह के भीतर रिफंड कर दी जाएगी। कनेक्शन बंद कराया, फिर भी बिल थमाया बीएसएनएल कार्यालय में पहुंचे आलोक कुमार ने कहा कि वह तीन महीने पूर्व कनेक्शन बंद करा चुके हैं, लेकिन उन्हें इसके बाद भी बिल थमाया गया। जब उन्होंने इसकी शिकायत अधिकारियों से की तो जांच कराने पर मालूम हुआ कि कनेक्शन बंद हुआ ही नहीं था। आलोक कुमार ने कहा कि वह बिल का भुगतान नहीं करेंगे।
यह कहता है सेवा का अधिकार
उत्तराखंड सेवा का अधिकार आयोग के सचिव पंकज नैथानी का कहना है कि आमतौर पर सरकारी कार्यालयों में उपभोक्ताओं को सेवा एक माह या अधिकतम 45 दिनों के भीतर प्राप्त हो जानी चाहिए। लेकिन, केंद्रीय संस्थान, राज्य सेवा का अधिकार आयोग के अंतर्गत नहीं आते हैं। इनका अपना सिटीजन चार्टर होता है। लेकिन, इनमें भी जनहित को देखते हुए अधिकतम समयसीमा एक माह से 45 दिन तक हो होती है।
बोले अधिकारी
गणेश कोठारी (उप मंडलीय अभियंता बीएसएनएल) का कहना है कि सिक्योरिटी की प्रक्रिया सर्किल स्तर पर की जाती है। इसलिए प्रक्रिया में थोड़ा विलंब हो सकता है। तीन माह में सिक्योरिटी रिफंड कर दी जानी चाहिए। यदि किसी की शिकायत है तो इसका संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारी को समस्या का शीघ्र निस्तारण करने को निर्देशित किया जाएगा।
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