नौकरशाह के दबाव में छोड़ा सचिवालय में पकड़ा गया दलाल
सचिवालय में पकड़े गए एक दलाल को नौकरशाह के दबाव में छोड़ना पड़ा। ये युवक सचिवालय में नौकरी के नाम पर युवाओं से लाखों रुपये ठग चुका था।
देहरादून, [जेएनएन]: सचिवालय में नौकरी के नाम पर युवाओं से लाखों रुपये ठगने वाले एक दलाल को सचिवालय के सुरक्षा कर्मियों ने दबोच लिया। इससे पहले कि सुरक्षा कर्मी युवक को पुलिस के हवाले कर पाते, एक नौकरशाह ने बीच-बचाव शुरू कर दिया। नौकरशाह के दबाव में सुरक्षा कर्मियों को उसे छोड़ना पड़ा। हालांकि, उस दौरान सचिवालय में मौजूद कुछ मीडिया कर्मियों ने युवक से पूछताछ की तो उसने कैमरे के सामने नौकरी के नाम पर कुछ युवकों से 60-60 हजार रुपये लेने की बात भी कबूल की।
बताया जा रहा है कि एक युवक ने डोईवाला निवासी पांच युवकों को सचिवालय में नौकरी का झांसा दिया था। इसके लिए उसने प्रत्येक युवक से 60-60 हजार रुपये लिए और उन्हें नियुक्ति का फर्जी प्रमाण पत्र भी थमा दिया। युवक जब ज्वाइनिंग लेने सचिवालय पहुंचे तो उन्हें अपने साथ हुए धोखाधड़ी का पता चला। बताया जा रहा है कि मामला संज्ञान में आने के बाद सचिवालय के उच्च अधिकारियों ने सचिवालय के सुरक्षा कर्मियों को उक्त युवक पर नजर रखने को कहा था। शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों को वही युवक सचिवालय में मंडराता दिखा। इस पर सुरक्षाकर्मियों ने उसे दबोच लिया।
यह खबर सचिवालय में मौजूद मीडिया कर्मियों और अन्य लोगों को लगी तो वहां भीड़ एकत्रित हो गई। युवक से सवाल भी किए जाने लगे। खुद को घिरता देख युवक ने न सिर्फ कैमरे के सामने नौकरी के नाम पर पांच युवकों से रुपये लेने की बात कबूल की, बल्कि यह भी कहा कि वह सभी के पैसे लौटा देगा। युवक के इस स्वीकारोक्ति पर सुरक्षा कर्मी उसे साथ लेकर जाने लगे, ताकि उसे पुलिस के सुपुर्द किया जा सके। तभी उसके पक्ष में एक नौकरशाह खड़े हो गए और मामले को रफा-दफा करने की बात कहने लगे। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को बाकायदा युवक को छोड़ने के निर्देश दे डाले। वरिष्ठ अधिकारी की इस बात पर सुरक्षा कर्मी हैरान तो थे, मगर उन्हें युवक को छोड़ना पड़ा।
सचिवालय में ही नियुक्त था युवक युवक कोटद्वार निवासी बताया जा रहा है और वह दस साल से उपनल के माध्यम से सचिवालय में ही तैनात रहा। हालांकि, अब उसने नौकरी छोड़ दी है। बताया जा रहा है कि नौकरी के दौरान उसकी कुछ नौकरशाहों से अच्छी सेटिंग हो गई थी। नौकरी के साथ ही वह अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में संलिप्त बताया जा रहा है। यह जानकारी भी सामने आ रही है कि उसके पास संयुक्त सचिव से लेकर उपसचिव तक के लेटर पैड थे और उनमें बाकायता हस्ताक्षर तक किए गए थे।
पहले भी पकड़ा जा चुका नौकरी का खेल करीब एक साल पहले सचिवालय में ही नौकरी के नाम पर 10-12 युवाओं के साथ ठगी का मामला सामने आया था। तब युवाओं को सचिवालय में फर्जी साक्षात्कार तक दिलाए गए थे। पुलिस ने उस प्रकरण में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था। इसके अलावा भी सचिवालय में कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से इस तरह के मामले सुर्खियों में आते रहते हैं।
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