भारी वाहनों से क्षतिग्रस्त हुआ शक्ति नहर पर बना पुल
स्थानीय बा¨शदों ने शक्ति नहर पर 50 के दशक में बने पुलों से खनन के
संवाद सहयोगी, विकासनगर: स्थानीय बा¨शदों ने शक्ति नहर पर 50 के दशक में बने पुलों से खनन के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग प्रशासन से की है। लोगों का कहना है भारी वाहनों की आवाजाही बंद करने की चेतावनी एक दशक पूर्व भी दी गई थी। बावजूद इसके इन पुलों से खनन से भरे वाहनों की आवाजाही बदस्तूर जारी है। भारी वाहनों के चलने से ढकरानी में शक्ति नहर पर बने पुल का गार्डर क्षतिग्रस्त हो चुका है। बताया कि खनन पर प्रतिबंध होने के बावजूद इन पुलों से हर रोज अवैध खनन से भरे वाहनों की आवाजाही हो रही है।
ढकरानी के पूर्व प्रधान सूफी शरीफ, मौसम कश्यप, बलवंत ¨सह, सरफराज अली, अशरफ अली, शादाब अली, समीर, आयुष, इकरार, आसिफ, पंकज, अनिल ने बताया कि ढकरानी में शक्ति नहर पर बने पुल का गार्डर क्षतिग्रस्त होने से दुर्घटनाओं का खतरा पैदा हो गया है। इस पुल से ढकरानी, ढालीपुर के बीस हजार से अधिक ग्रामीण आवाजाही करते हैं। गार्डर टूटने से रात में वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है। कहा कि भारी वाहनों की आवाजाही से पुल के भी क्षतिग्रस्त होने का खतरा पैदा हो गया है। पुल के क्षतिग्रस्त होने से बीस हजार की आबादी को विकासनगर, हरबर्टपुर तक आने जाने के लिए दस पंद्रह किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ेगा। स्थानीय बा¨शदों ने शक्ति नहर पर बने पुलों से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग की है। उधर, एसडीएम जितेंद्र कुमार ने बताया कि शक्ति नहर पर बने पुलों से बड़े वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।