उत्तराखंड में भारत बंद का रहा मिलाजुला असर
उत्तराखंड में एससी, एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। पौड़ी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के कई कस्बों में बाजार बंद रहे।
देहरादून, [जेएनएन]: एससी, एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध भारत बंद का उत्तराखंड में मिलाजुला असर रहा।
पौड़ी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के कई कस्बों में बाजार बंद रहे तो देहरादून में इसका कोई असर देखने को नहीं मिला, लेकिन हरिद्वार और ऋषिकेश में आंशिक प्रभाव रहा। कुमाऊं में भी स्थिति गढ़वाल मंडल की भांति ही रही। यहां बंद का तो ज्यादा असर नहीं रहा, लेकिन कुछ संगठनों और छात्रों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश में कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
बंद का सर्वाधिक असर पौड़ी जिले में रहा। पौड़ी, श्रीनगर और सतपुली में सुबह से ही व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। व्यापार मंडल के नेतृत्व में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया गया और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे गए। चमोली जिले में गोपेश्वर, जोशीमठ और सिमली बाजार बंद रहे। इस दौरान व्यापारियों और छात्र-छात्राओं ने केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की।
कुमाऊं में काशीपुर और अल्मोड़ा में बंद का ज्यादा असर रहा। शेष जिलों में यह आंशिक अथवा बेअसर रहा। अल्मोड़ा के रानीखेत और द्वाराहाट में चाय तक की दुकानें नहीं खुलीं। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में सवर्ण समाज ने प्रदर्शन कर एक्ट में संशोधन का विरोध किया।
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