गंगा के लिए भागीरथ बनें नागरिक: स्वामी चिदानंद
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में दो दिवसीय 'वाश गतिविधियों में विश्वास आध
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में दो दिवसीय 'वाश गतिविधियों में विश्वास आधारित दृष्टिकोण' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया है। जिसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनिय¨रग विभाग राजस्थान सरकार के 60 इंजीनियर और भारत सरकार के उच्चाधिकारी सहभाग कर रहे हैं। कार्यशाला के दौरान इन अधिकारियों को पर्यावरण-जल संरक्षण व स्वच्छता के प्रति चलाए जा रहे अभियान की जानकारी दी जा रही है।
शुक्रवार को शुरू हुए दो दिवसीय कार्यशाला में पहुंचे अधिकारियों के दल को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आश्रम परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गंगा की रक्षा के लिए प्रत्येक नागरिक को आज भागीरथ बनने की जरूरत है। भगीरथ की तपस्या से आज मां गंगा हमारे पास तो हैं। लेकिन अब गंगा की रक्षा और निर्मलता के लिए हमें तप और प्रयास करने हैं। इसके लिए बच्चे-बच्चे को जागरूक किया जाना जरूरी है। इसी भाव से आश्रम परिवार भी काम कर रहा है। इस मौके पर एनसीजीजी के कार्यक्रम निदेशक डॉ. बीएस बिष्ट के निर्देशन में आए इंजीनियरों के दल ने वाश विशेषज्ञों से जनसमुदाय को स्वच्छता के लिए प्रेरित व प्रभावित करने और समाज में वाश की स्थिति को बेहतर करने के गुर भी सीखे। 60 सदस्यीय दल में डॉ. दिव्यांक त्यागी, रामकेश मीणा, करिश्मा बेरवाल, राजेन्द्र कुमार लोहड़ा, पवन अग्रवाल, हरिराम संजीव शर्मा, भगवान शाय जाजु, अंकुर मित्तल, हरीश कुमार वर्मा, केदार चन्द्र वर्मा, देवेन्द्र कुमार कोठारी आदि शामिल हैं।