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बंशीधर भगत बने उत्तराखंड भाजपा के नए अध्यक्ष, जानिए उनका राजनीतिक सफर

वरिष्ठ नेता बंशीधर भगत को भाजपा की कमान सौंपी गई है। प्रांतीय मुख्यालय में हुई बैठक में बंशीधर भगत को सर्वसम्मति से इस पद पर चुना गया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 01:47 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 08:42 PM (IST)
बंशीधर भगत बने उत्तराखंड भाजपा के नए अध्यक्ष, जानिए उनका राजनीतिक सफर
बंशीधर भगत बने उत्तराखंड भाजपा के नए अध्यक्ष, जानिए उनका राजनीतिक सफर

देहरादून, राज्य ब्यूरो। सियासी संतुलन में प्रत्येक खांचे पर फिट बैठे 69 वर्षीय पूर्व मंत्री और कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत को उत्तराखंड भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया गया। पार्टी के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में केंद्रीय पर्यवेक्षक और केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने उनके सर्वसम्मति से निर्वाचन का ऐलान किया।

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उत्तर प्रदेश और फिर उत्तराखंड में छठवीं बार के विधायक भगत प्रदेश भाजपा के आठवें अध्यक्ष हैं। सियासत के साथ ही सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय बंशीधर भगत रामलीला मंचन में भी खासी रुचि रखते हैं और हर वर्ष रामलीला में राजा दशरथ के पात्र की भूमिका निभाते हैं। प्रदेश अध्यक्ष के अलावा भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के लिए विधायक हरबंस कपूर और ऋतु खंडूड़ी, पार्टी नेता बिंदेश गुप्ता, मदन सिंह मेहरा, राजपाल भी निर्वाचित घोषित किए गए।

प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही कवायद गुरुवार को अध्यक्ष पद पर बंशीधर भगत के नाम का ऐलान होने के साथ ही खत्म हो गई। पार्टी के आधा दर्जन से ज्यादा नेता अध्यक्ष पद की दौड़ में थे।  जातीय व क्षेत्रीय संतुलन समेत सभी समीकरणों के पैमानों पर भगत अन्य सभी दावेदारों पर भारी पड़े। ऐसे में पार्टी नेतृत्व को उनके नाम पर सर्वानुमति बनाने में कोई दिक्कत भी नहीं हुई।

यही वजह रही कि गुरुवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ बंशीधर भगत ने ही नामांकन दाखिल किया। उन्होंने प्रदेश चुनाव अधिकारी बलवंत सिंह भौंर्याल को दो सेट में नामांकन प्रस्तुत किया। इसमें राज्य की पांचों लोकसभा सीटों के हिसाब से दो-दो कार्यकर्ता प्रस्तावक बने। जांच में नामांकन पत्र सही पाए गए।

इसके बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक अर्जुनराम मेघवाल की मौजूदगी में प्रांतीय कार्यालय के सभागार में हुई बैठक में भगत के नाम पर चर्चा की गई। इसके बाद मेघवाल ने भगत के प्रदेश अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से निर्वाचन की घोषणा की। इस मौके पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अजय भट्ट, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार, प्रदेश चुनाव अधिकारी बलवंत सिंह भौंर्याल आदि मौजूद थे।

इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष, चुनाव अधिकारी सहित अन्य नेताओं की बैठक में मंथन हुआ। प्रदेश अध्यक्ष पद पर भगत के नाम का एलान होने के बाद कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के बाहर जमकर आतिशबाजी भी की। 

जीवन परिचय नाम

बंशीधर भगत 

जन्म: 08 अगस्त 1951 (भक्यूड़ा -भीमताल) 

निवास: लोहरियाताल, हल्द्वानी 

शिक्षा: हाईस्कूल 

राजनीतिक सफर 

-1970 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े 

-1975 में जनसंघ के सदस्य 

-1989 में भाजपा के नैनीताल

- ऊधमसिंहनगर के जिलाध्यक्ष बने 

-1991 में पहली बार नैनीताल से विधायक

-1993 में उप्र में राज्यमंत्री वन 

-1996 में खाद्य, रसद एवं पर्वतीय विकास मंत्री 

-2000 में उत्तराखंड की अंतरिम सरकार में कैबिनेट मंत्री 

-2007 में कैबिनेट मंत्री 

-2012 और 2017 में विधायक 

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किसान आंदोलन से हुई सियासी सफर की शुरुआत 

पूर्व मंत्री और विधायक बंशीधर भगत ने किसान आंदोलन से अपने सियासी सफर की शुरुआत की। वे 1975 में जनसंघ से जुड़े और फिर उन्होंने किसान संघर्ष समिति बनाकर किसानों की आवाज बुलंद की। जमरानी बांध के लिए उनकी अगुआई में सात दिन का बड़ा आंदोलन चला। इसके बाद उत्तरप्रदेश और फिर उत्तराखंड विधानसभा में वह राज्य और राज्यवासियों के मसलों को निरंतर उठाते आ रहे हैं।

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