इंटरनेशनल स्कीईग डेस्टीनेशन के रूप में विकसित होगा औली
प्रदेश सरकार औली को इंटरनेशनल स्कीईग डेस्टीनेशन के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रही है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश सरकार औली को इंटरनेशनल स्कीईग डेस्टीनेशन के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रही है। इसके तहत पूरे क्षेत्र का मास्टर प्लान बनाकर इसे विकसित किया जाएगा। इसकी डीपीआर बनाने के लिए फिलहाल पांच अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कंसलटेंट ने आवेदन दिए हैं। जिनमें से किसी एक का चयन जल्द किया जाएगा। इसके बनने के बाद यहां खेलों के साथ ही पुलिस, सेना और अर्द्धसैनिक बलों को प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
औली प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। विशेषकर सर्दियों में बर्फबारी के बाद वहां का सौंदर्य निखर जाता है। औली देश का एकमात्र अल्पाइन स्कीईग स्लोप है। इसकी तमाम विशेषताओं को देखते हुए पर्यटन विभाग ने इसे इंटरनेशनल स्कीईग डेस्टीनेशन के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। इसका स्वरूप क्या होगा, इसके लिए एक विस्तृत डीपीआर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ सलाहकारों से तैयार कराई जाएगी। इसके बाद पूरे क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर यहां की सभी गतिविधियों को स्पेशल पपर्ज व्हीकल (एसपीवी) बनाकर संचालित किया जाएगा।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि विभाग ने औली में 26 व 27 फरवरी को इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की प्रदेश इकाई के साथ राष्ट्रीय स्कीईग चैंपियनशिप कराने का निर्णय लिया है। इसके अलावा औली को विंटर डेस्टीनेशन के रूप में विकसित करने की तैयारी चल रही है। भविष्य में वहां सेना, अर्द्धसैनिक बल व एसडीआरएफ को भी प्रशिक्षित किया जा सकेगा। प्रतियोगिता पर है विवादों का साया
राष्ट्रीय स्कीईग प्रतियोगिता विवादों से बची हुई नहीं है। दरअसल, पर्यटन विभाग इस प्रतियोगिता को इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के साथ मिलकर करा रहा है। विंटर गेम्स फैडरेशन ऑफ इंडिया की प्रदेश इकाई ने इसका विरोध किया है और वह इस मामले को लेकर कोर्ट में है। अब सोमवार को इसकी सुनवाई होनी है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर का कहना है कि यदि यह प्रतियोगिता निरस्त होती है तो इसका आयोजन शौकिया प्रतियोगिता के रूप में कराया जाएगा। इसके विजेताओं को विभाग द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। मकसद यह है कि औली में प्रतियोगिता हो। इस दौरान वहां विंटर कार्निवाल भी आयोजित किया जाएगा।