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एटीएम क्लोनिंग कर खाते से 4.33 लाख उड़ाए, ऐसे चला पता

एक बुजुर्ग पेंशनभोगी के खाते से एटीएम क्लोनिंग के जरिये 4.33 लाख रुपये निकाल लिए गए। एसएमएस अलर्ट न होने के चलते पीड़ित को इसका पता नहीं चला।

By Edited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 09:56 AM (IST)
एटीएम क्लोनिंग कर खाते से 4.33 लाख उड़ाए, ऐसे चला पता
एटीएम क्लोनिंग कर खाते से 4.33 लाख उड़ाए, ऐसे चला पता

देहरादून, जेएनएन। प्रेमनगर के एक बुजुर्ग पेंशनभोगी के खाते से एटीएम क्लोनिंग के जरिये 4.33 लाख रुपये निकाल लिए गए। यह रकम दिल्ली और बिहार के अलग-अलग एटीएम से 26 नवंबर 2018 से बीती दो जनवरी के बीच निकाली गई, लेकिन एसएमएस अलर्ट न होने के चलते पीड़ित को इसका पता नहीं चला। वह चंद रोज पहले जब बैंक में पासबुक अपडेट कराने गए तो पासबुक में बैलेंस देख उनके होश उड़ गए। मामले में प्रेमनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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सतीश चंद्र निवासी ग्राम फुलसनी प्रेमनगर सेंट्रल स्कूल जालंधर में नौकरी करते थे। उन्होंने वहां भी घर बना रखा है। कुछ महीने पहले वह दून आ गए। साथ ही उन्होंने जालंधर एसबीआइ में खोला गया बैंक खाता देहरादून ट्रांसफर करने का आवेदन दिया। बीते साल नवंबर के पहले हफ्ते में उनका खाता एसबीआइ प्रेमनगर शाखा में ट्रांसफर हो गया। इस अकाउंट से उन्हें दो एटीएम जारी किए गए थे।

उनका दावा है कि जब उनका खाता देहरादून ट्रांसफर हुआ था, उसमें साढ़े चार लाख रुपये थे, मगर कुछ दिन पहले जब उन्होने पासबुक अपडेट कराई तो उसमें से 4.33 लाख रुपये की निकासी हो रखी थी। बैंक जाकर पता चला कि उनके खाते से यह रकम 26 नवंबर से दो जनवरी के बीच निकाली गई है। लेकिन, इस दौरान उनके दोनों एटीएम कार्ड उन्हीं के पास थे। 

सतीश चंद्र ने बताया कि इस दौरान उन्होंने न तो कहीं ऑनलाइन शॉपिंग की और न ही कार्ड का कहीं प्रयोग किया। एसओ दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि प्रथमदृष्ट्या मामला एटीएम क्लोनिंग का प्रतीत हो रहा है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि उनके कार्ड का क्लोन कब और कहां तैयार किया गया। इसके पीछे शातिर व्यक्ति का हाथ हो सकता है। वहीं दिल्ली और बिहार के जिन एटीएम से पैसे निकाले गए हैं, वहां के सीसीटीवी फुटेज भी मंगाए गए हैं।

एसएमएस अलर्ट होता तो बच जाते काफी पैसे 

सरकारी सेवा में होने और जागरूक नागरिक होने के बाद भी सतीश चंद्र ने अपने अकाउंट पर एसएमएस अलर्ट नहीं ले रखा था। एसओ ने बताया कि पहली बार उनके खाते से 20 हजार रुपये निकले थे। यदि एसएमएस अलर्ट होता तो पहली निकासी के समय ही उन्हें पता चल जाता।

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