एशियन गेम्स में रजत पदक विजेता रितु पहुंचीं महासू
जकार्ता में चल रहे एशियन गेम्स में कबड्डी में रजत पदक विजेता महिला टीम की सदस्य रितु ने महासू मंदिर हनोल में पूजा अर्चना की।
संवाद सूत्र, त्यूणी: जकार्ता में चल रहे एशियन गेम्स में कबड्डी में रजत पदक विजेता महिला टीम की सदस्य रितु नेगी स्वदेा लौट आई हैं। घर पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले माता-पिता के साथ महासू मंदिर हनोल पहुंच कर पूजा-अर्चना की। हिमाचल में जिला सिरमौर के शिलाई की रहने वाली महिला कबड्डी चैंपियन रितु नेगी ने मंदिर में मत्था टेकने के बाद स्थानीय लोगों से मुलाकात कर अपने अनुभव साझे किए और ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे आने की सलाह दी।
शुक्रवार को जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल के दर्शन करने माता-पिता के साथ पहुंची अंतरराष्ट्रीय महिला कबड्डी खिलाड़ी रितु का स्थानीय लोगों व मंदिर समिति ने परपंरागत तरीके से स्वागत किया। जिला सिरमौर के शिलाई निवासी शिक्षक भवान ¨सह नेगी की प्रतिभावन बेटी रितु नेगी ने खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर बड़ी पहचान बनाई है। जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में प्रतिभाग करने वाली भारतीय महिला कबड्डी टीम की सदस्य रितु नेगी भारतीय रेलवे में हैदराबाद में कार्यरत हैं। भारतीय टीम में वह कॉर्नर की मेन डिफेंडर हैं। एशियन गेम्स में कबड्डी के फाइनल मैच में भारतीय महिला टीम को ईरान से हार का सामना करना पड़ा और रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। रितु ने वर्ष 2011 में मलेशिया में हुए एशियन गेम्स में भारतीय अंडर-20 टीम की कप्तानी में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा रितु ने वर्ष 2007 से अबतक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेल में चार गोल्ड मेडल, दो रजत व आठ कांस्य पदक समेत कुल 14 मेडल जीते हैं। सपिरवार महासू मंदिर हनोल पहुंची रितु ने कहा कि आज के दौर में बेटियां हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। पहले चूल्हा-चौका तक सीमित बेटियों के प्रति समाज में तेजी से बदलाव आ रहा है। समय के साथ लोगों की सोच बदल रही है। लोगों से अपने अनुभव साझा कर रितु ने ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे आने की सलाह दी। कहा महासू देवता उनके कुल देवता हैं। जिनकी पूजा-अर्चना को वे हर साल हनोल मंदिर परिवार के साथ आती हैं। इस मौके पर कारसेवक नरेंद्र दत्त नौटियाल, महेश राजगुरु, वार्ड मेंबर रोशनलाल, जयकिशन, रामलाल नौटियाल, मोहनलाल आदि मौजूद रहे।