जानें- उत्तराखंड के बॉर्डर चेकपोस्ट पर एंटीजन टेस्ट की क्या हो सकती है कीमत, DM लेंगे अंतिम फैसला
Coronavirus Outbreak प्रदेश के बॉर्डर चेकपोस्ट पर कोरोना एंटीजन टेस्ट की कीमत 800 रुपये के आसपास रखने की तैयारी है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। Coronavirus Outbreak उत्तराखंड के बॉर्डर चेकपोस्ट पर कोरोना एंटीजन टेस्ट की कीमत 800 रुपये के आसपास रखने की तैयारी है। सरकार बाजार में प्रचलित कीमत के आसपास ही रखने के पक्ष में नजर आ रही है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला संबंधित जिलाधिकारी ही लेंगे।
प्रदेश सरकार ने अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले व्यक्तियों को अब बॉर्डर चेकपोस्ट पर ही कोरोना एंटीजन टेस्ट कराने की सुविधा दी है। कोरोना संक्रमण की दृष्टि से अति संवेदनशील शहरों से बगैर जांच कराए आने वाले व्यक्तियों के लिए यह अनिवार्य किया गया है। इसके लिए व्यक्तियों को कीमत अदा करनी पड़ेगी।
स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बताया कि बॉर्डर चेकपोस्ट पर होने वाले कोरोना से संबंधित एंटीजन टेस्ट की कीमत 800 रुपये के आसपास रखीं जाएंगी। दरअसल फैक्ट्रियों में श्रमिकों के लिए एंटीजन टेस्ट की कीमत 795 रुपये तय की गई है। सरकार भी बॉर्डर चेकपोस्ट पर टेस्ट की कीमत इसी के आसपास रखने पर सहमत है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में बॉर्डर चेकपोस्ट से संबंधित जिलों के जिलाधिकारी ही उक्त टेस्ट की कीमत पर अंतिम फैसला लेंगे।
शुक्रवार को जारी हुए थे आदेश
गौरतलब है कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जारी गाइडलाइन में राज्य सरकार ने एंटीजन टेस्ट कराने का विकल्प बाहर से आने वाले व्यक्तियों को दिया है। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किए थे। इससे पहले अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों को यात्रा से 96 घंटे पहले की कोरोना जांच रिपोर्ट लाने पर होम या इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन से छूट का प्रविधान रहा है। बगैर जांच राज्य में दाखिल होने वाले व्यक्तियों के लिए क्वारंटाइन अनिवार्य किया गया है।
यह भी पढ़ें: Unlock 4.0: उत्तराखंड आने वाले बॉर्डर पर भी करा सकेंगे कोविड टेस्ट. देना होगा शुल्क
मुख्य सचिव ने बताया कि अब अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले व्यक्तियों को बॉर्डर चेकपोस्ट पर ही शुल्क का भुगतान कर कोविड टेस्ट की सुविधा का विकल्प मिलेगा। शुल्क टेस्ट का बंदोबस्त संबंधित जिला प्रशासन टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें सुरक्षित शारीरिक दूरी, मास्क जैसे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। अगर ऐसे व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण के लक्षण बाद में दिखाई देते हैं, तो उन्हें तत्काल स्वास्थ्य और जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क करना होगा।