काबीना मंत्री की घोषणा के बावजूद नहीं खुला झूला पुल
पर्यटन एवं लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज की लक्ष्मण झूला पुल को खोले जाने संबंधी घोषणा धरातल पर नहीं उतरी है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:
पर्यटन एवं लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज की लक्ष्मण झूला पुल को खोले जाने संबंधी घोषणा धरातल पर नहीं उतरी है। बीते बुधवार को मंत्री ने ऋषिकेश में हुए एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में यह बात कहीं थी। उनके इस बयान का वीडियो तो अधिकारियों तक पहुंचा है, लेकिन उनके आदेश अभी तक नहीं पहुंचे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद लक्ष्मण झूला पुल पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचने लगे हैं। लेकिन पुल नहीं खुला है।
उत्तराखंड के पर्यटन एवं लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज बीते बुधवार को योग नगरी रेलवे स्टेशन में धर्मार्थ प्याऊ का लोकार्पण करने आए थे। कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने घोषणा की थी कि लक्ष्मण झूला पुल को खोलने के आदेश उन्होंने जारी कर दिए हैं। लेकिन मंत्री की घोषणा के बाद भी पुल नहीं खुला।
12 जुलाई वर्ष 2019 को लोक निर्माण विभाग की रिपोर्ट के आधार पर लक्ष्मण झूला पुल को बंद कर दिया गया था। स्थानीय लोग को हो रही असुविधा को देखते हुए पुल पर सीमित संख्या में पैदल आवागमन की छूट दी गई थी। एक माह पूर्व सप्ताहांत पर इस पुल पर उमड़ी भारी भीड़ का वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल के आदेश पर लोक निर्माण विभाग में पुल को बंद कर दिया था।
पुल खोलने की मांग को लेकर एक सप्ताह पूर्व व्यापार मंडल लक्ष्मण झूला की ओर से पूरा बाजार बंद रखा गया था। स्थानीय लोग विभिन्न माध्यम से पुल को खोलने की मांग कर रहे हैं। बीते बुधवार को पर्यटन एवं लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज से स्थानीय लोग ने इस संबंध में मुलाकात की थी। मीडिया में दिए गए बयान में काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उन्होंने पुल को खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं, पुल अब खुल गया है। काबीना मंत्री के बयान संबंधी वीडियो वायरल हो गया। गुरुवार को बड़ी संख्या में पुल खुलने की उम्मीद को लेकर पर्यटक यहां पहुंच गए, लेकिन पुल बंद मिला।
अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग नरेंद्र नगर खंड आरिफ मोहम्मद खान ने बताया कि उच्च अधिकारियों की ओर से इस संबंध में उन्हें अभी कोई आदेश नहीं मिला है। फकोट नरेंद्र नगर में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंची जिलाधिकारी ईवा श्रीवास्तव से भी विभागीय अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी मांगी। उन्होंने भी इस तरह के किसी आदेश की जानकारी से इन्कार किया।