आवास-विकास में फिर हुआ बवाल, पुलिस ने लाठी फटकारी
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के मेडिकल छात्रों व
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के मेडिकल छात्रों व आवास विकास के स्थानीय लोगों के बीच सोमवार को एक बार फिर से विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा कि दोनों ओर से पत्थरबाजी होने लगी। इस बीच करीब एक दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कुछ स्थानीय लोगों को भी चोटें आई हैं। सड़क जाम कर एम्स की ओर कूच कर रहे स्थानीय लोगों पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। देर रात तक क्षेत्र में तनाव बना हुआ था।
विदित हो कि रविवार देर रात्रि कार में सवार एम्स के कुछ मेडिकल छात्रों ने एक ऑटो को टक्कर मार दी थी। आरोप है कि कार में तीन छात्र व तीन छात्राएं सवार थे और यह सभी शराब के नशे में धुत थे। स्थानीय लोगों ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने विवाद खड़ा कर दिया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उनकी पिटाई कर दी। छात्र-छात्राएं किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे। देर रात मामला शांत हो गया था। मगर, सोमवार को रात्रि करीब आठ बजे बड़ी संख्या में एम्स के मेडिकल के छात्र आवास विकास पहुंच गए। उन्होंने सबसे पहले यहां संजय राणा की डेयरी में घुसकर मारपीट व तोड़फोड़ की। कुछ छात्रों ने आसपास की दुकानों व घरों पर पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद स्थानीय लोग सैकड़ों की संख्या में सड़क पर उतर आए। इस बीच एम्स के छात्र अपने कुछ वाहन मौके पर ही छोड़कर वहां से भाग निकले। पथराव में कुछ स्थानीय लोगों को चोटें भी आई। गुस्साई भीड़ ने इन वाहनों पर अपना गुस्सा उतारा और करीब आधा दर्जन से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। गुस्साए लोगों ने वीरभद्र मार्ग पर जाम लगाते हुए एम्स की ओर कूच करना शुरू कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की। मगर, मामला इतना बढ़ गया कि भीड़ ने पुलिस की भी एक न सुनी। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गयी। देर रात कुछ लोगों ने कोतवाली में पहुंच कर तहरीर दी। इस मामले में एम्स के निदेशक प्रो. रविकांत ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है, पूरे मामले की जांच की जा रही है। जो भी छात्र इस घटना में दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।