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केंद्र सरकार की अदूरदर्शिता के कारण मजदूर हुए बेरोजगार

अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कोरोना काल में उचित कदम न उठा पाने का आरोप लगाया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 08:44 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 08:44 PM (IST)
केंद्र सरकार की अदूरदर्शिता के कारण मजदूर हुए बेरोजगार

जागरण संवाददाता, देहरादून: अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कोरोना काल में उचित कदम न उठा पाने का आरोप लगाया। एटक ने बेरोजगारी का कारण केंद्र सरकार की अदूरदर्शिता को बताया।

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शुक्रवार को प्रिंस चौक स्थित अग्रवाल धर्मशाला में एटक की ओर से 'वर्तमान संकट और मजदूर वर्ग की चुनौतियां' विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें इंटक के प्रांतीय अध्यक्ष व पूर्व श्रम मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि केंद्र की विफलता के कारण करोड़ों मजदूर सड़कों पर आ गए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। गरीब और मजदूर तबके की उसे कोई परवाह नहीं है। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए एटक के प्रांतीय अध्यक्ष एमपी त्यागी ने बताया कि एटक के 100 वर्ष पूरे होने पर इस वर्ष को शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। जिसके तहत देशभर में गोष्ठी आयोजित की जा रही हैं। एटक के उपाध्यक्ष समर भंडारी ने कहा कि सरकार ने नोटबंदी, जीएसटी, लॉकडाउन जैसे फैसले बिना सोच-विचार के लिए। जिससे एमएसएमई सेक्टर को बड़ा नुकसान पहुंचा। जिससे श्रमिक वर्ग भी प्रभावित हुआ है। सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज, एटक के वरिष्ठ नेता गिरधर पंडित, जिला मंत्री अनिल उनियाल, महामंत्री अशोक वर्मा आदि ने भी गोष्ठी में विचार रखे।


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