कृषि-उद्यान से बाहर होंगे लापरवाह कार्मिक
कृषि एवं उद्यान महकमे में काम से जी चुराने वाले लापरवाह कार्मिकों की अब खैर नहीं। ऐसे कार्मिकों की कुंडली बांची जा रही है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: कृषि एवं उद्यान महकमे में काम से जी चुराने वाले लापरवाह कार्मिकों की अब खैर नहीं। ऐसे कार्मिकों की कुंडली बांची जा रही है। कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे बेपरवाह अधिकारियों- कर्मचारियों की सूची तैयार की जाए। इसके बाद ऐसे कार्मिकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने जैसे कदम उठाए जाएंगे। साथ ही बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
सरकारी महकमों में बेहतर कार्यसंस्कृति और विभिन्न योजनाओं के कार्याें को पूरी पारदर्शिता से आगे बढ़ाने के साथ ही जनहित को सर्वोच्च तवज्जो देने पर सरकार का फोकस है। इसी के दृष्टिगत पूर्व में यह फैसला लिया गया कि विभागों में नकारा कार्मिकों की पहचान कर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी। इसकी गाइडलाइन भी जारी हो चुकी है।
इसी कड़ी में अब कृषि एवं उद्यान विभाग में कार्य से जी चुराने वाले कार्मिकों पर फोकस किया गया है। कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल के अनुसार दोनों विभागों में लापरवाह कार्मिकों की सूची तैयार करने के निर्देश विभागाध्यक्षों को दिए गए हैं। इसमें प्रत्येक कार्मिक के दायित्व के अनुरूप उसकी परफार्मेंस का ब्योरा शामिल होगा। यह सूची मिलते ही नियमानुसार बेपरवाह और कार्य से जी चुराने वाले कार्मिकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
इसी साल होगा एकीकरण
कैबिनेट मंत्री उनियाल ने कहा कि राज्य एवं किसानों के हित में कृषि व उद्यान विभागों का एकीकरण जरूरी है। सरकार अपने इस निर्णय पर अडिग है। एकीकरण की कसरत अंतिम दौर में है। कोशिश ये है कि इसी साल दोनों विभागों का एकीकरण कर दिया जाए।